पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय तैयार करेगा SOP, अतीक-अशरफ कांड को देखते हुए सख्त हुई भारत सरकार!
नई दिल्ली: बता दें, प्रयागराज में शनिवार रात अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की पत्रकारों के भेष में आए तीन हमलावरों ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान हत्या कर दी। मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकार बनकर आए तीन शूटरों ने दोनों भाइयों की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिसकर्मी उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे. केंद्र सरकार इसी घटना को देखते हुए पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। एक बार फिर फर्जी पत्रकारों का मुद्दा गर्माने लगा है। सरकार ने इस बार फर्जी पत्रकारों पर भी पूरी तरह से नकेल कसने की योजना बनाई है।
इस घटना को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जाहिर की है, और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने का फैसला लिया है. गृह मंत्रालय पीएम मोदी के नेतृत्व व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगा।
आपको बता दे 2021 IT Act डिजिटल मीडिया और OTT प्लेटफार्म को लेकर सरकार पहले ही कई अमेंडमेंट कर चुकी है। हाल ही में PIB के अधिकारों को भी बढ़ाया गया है जो डिजिटल मीडिया पर लगातार नज़र बनाये हुए है। देश मे लाखों वेबसाइट न्यूज़ के नाम पर चल रही है जो किसी नियम कानून को नही मानती ऐसे में अब इन वेबसाइटों के पत्रकारों पर गाज भी गिर सकती है।
RNI रजिस्ट्रेशन करवाकर PDF फ़ाइल के रूप में पेपर चलाने वाले भी अब मुश्किल में फस सकते है। RNI के नियम के मुताबिक RNI रजिस्ट्रेशन लेने के बाद पेपर और मैगज़ीन को छापना ज़रूरी होता है। लेकिन कई पेपर सिर्फ PDF फ़ाइल के रूप में ही चलाये जा रहे है।
यूट्यूब पत्रकारों पर भी गिर सकती है गाज नए नियम होने सख्त जिसका पालन करना पार्ट टाइम पत्रकारों के लिए होंगा मुश्किल।