पानसेमल । नगर के नया प्लाट से दो वाहनों में सप्तशृंगी पदयात्रा मंडल के सदस्य मध्य प्रदेश की तीर्थ की राजधानी उज्जैन कावड़ भरने लेने के लिए रवाना हुए । पानसेमल के समीप ग्राम जलगोन के ब्रम्हलीन उखा जी महाराज की प्रेरणा से यह पदयात्रा निरंतर चल रही है । गढ़ पद यात्रा के दौरान वेदांताचार्य महामंडलेश्वर स्वामी हंसानंद तीर्थ महाराज भी शामिल होते है । आज कावड़ भरकर उज्जैन से रवाना होंगे । पदयात्रा मंडल के संचालक पंडित भटू कुलकर्णी महाराज ने बताया कि हमारी यह पदयात्रा 52 वे वर्ष में प्रवेश कर रही है । हमारी पदयात्रा दो चरणों में पूर्ण होती है । पहले चरण में हम उज्जैन से पावन सलिला मां शिप्रा मैया का जल कावड़ में भरकर 6 दिनों तक पैदल चलकर पानसेमल पहुंचते हैं । जहां से अष्टमी को प्रारंभ होकर यह यात्रा महाराष्ट्र के नासिक जिले की कड़वण तहसील में स्थित नांदुरी गढ़ पर विराजित मां सप्तश्रृंगी निवासिनी देवी के गढ़ पहुंचती हैं । जहां कोजागिरी पूर्णिमा के रात्रि माता का इस पावन जल से अभिषेक किया जाता है । उज्जैन के लिए करीब 40 पदयात्रा सम्मिलित हुए हैं और अक्टूबर में जब पानसेमल से गढ़ के लिए निकलेंगे तो करीब 400 से 500 पदयात्रा शामिल होंगे । उल्लेखनीय है कि पानसेमल क्षेत्र से अलग-अलग जगह से कावड़ भरकर करीब 2000 से अधिक पदयात्री गढ़ के लिए रवाना होते हैं ।
पानसेमल तहसील जन क्रांति न्यूज़ से संदीप पाटिल
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