उज्जैन (रवि पांचाल) पंचक्रोशी यात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ा
महाकाल मंदिर की चारोंदिशाओं में चार द्वारपाल विराजित हैं,,इन चार द्वारपालों की परिक्रमा वैशाख माह की कृष्ण दशमी(15 अप्रैल)से प्रारम्भ हुई और अमावस्या पर समाप्त होगी।
पंचक्रोशी यात्रा 118 किमी की है,,और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग यात्रा के मध्य में स्थित है,,नगर की रक्षा के लिये चार द्वारपाल शिव रूप में स्थापित किये थे,,,जो धर्म,अर्थ, काम और मोक्ष प्रदाता हैं,,इसका उल्लेख स्कंदपुराण के तहत अवंतिका खण्ड में है,,