कटनी जिला अस्पताल में फिर हुई मानवता शर्मशार, गर्भवती महिला को आधी रात डिलेवरी वार्ड से किया बाहर, डॉक्टर सीमा शिवहरे पर निजी अस्पताल में इलाज कराने का दबाव बनाने के लगे आरोप, डॉक्टर ने जिसे बताया बिगड़ा हुआ केश बाद में उसकी हुई नॉर्मल डिलीवरी
कटनी। जिला अस्पताल में एक बार फिर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। विगत 9 अप्रैल की रात 12 बजे एक गर्भवती महिला को एक महिला रोग विशेषज्ञ ने पहले तो बच्चे के उल्टे होने की बात कहते हुए अपने निजी अस्पताल में लाने की सलाह दी लेकिन जब महिला के परिजनों ने रुपए खर्च करने में असमर्थता जताई तो डॉक्टर ने महिला को जबलपुर मेडिकल कालेज रिफर करते हुए वार्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसके परेशान परिजन महिला को लेकर mgm अस्पताल पहुंचे जहां पर महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को बिना किसी ऑपरेशन के जन्म दिया।
बिना जांच किए बता दिया गंभीर
जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में 9 अप्रैल की सुबह 9 बजे अतुल निषाद ने अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया था। पति अतुल निषाद को बिना किसी जांच के ड्यूटी डॉक्टर सीमा शिवहरे ने कहा की तुम्हारी पत्नी की नॉर्मल डिलेवरी नहीं हो पायेगी, बच्चा पलट गया है। यह बात सुनकर अतुल डर गया, फिर डॉक्टर ने उसे महिला को गंभीर बताते हुए अपने खुद के हॉस्पिटल पर ऑपरेशन के लिए भर्ती कराने की बात अपने ही स्टाप से महिला के पति को कहलवाई। महिला के पति को साथ ही यह भी हिदायत दी गई की 35000 हजार रूपए का जुगाड़ कर लो नहीं तो ऑपरेशन नहीं होगा, ना सरकारी अस्पताल में और ना ही मेरे अस्पताल में। यह बात सुनकर पति अतुल ने अपने बड़े भाई मनीष को परेशानी बताई। मनीष ने डॉक्टर सीमा शिवहरे से जब ऑपरेशन सरकारी अस्पताल में कराने को कहा तब डॉक्टर भड़क गई और कहा की डॉक्टर हम है तुम नहीं। इतनी बात सुनकर डॉक्टर ने गर्भवती महिला माया निषाद का ऑपरेशन करने से मना कर दिया और कहा में अब तुम्हारा ऑपरेशन कटनी में कही नहीं होने दूंगी। फिर उन्होंने महिला को जबलपुर के लिए रिफर कागज तैयार करके रात 12 बजे भगा दिया। जिससे गर्भवती माया निसाद को सरकारी अस्पताल किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया और गरीब पति रात भर यंहा वहा अस्पताल में अपनी पीड़ित पत्नी को लेकर भटकता रहा।
कर्ज लेकर करवाया इलाज
प्रसूता को जिला अस्पताल से निकाले जाने के बात महिला का पति इलाज के लिए इधर उधर भटकने लगा। देर रात उसने अपने मित्रो वा परिचितों से कर्ज लेकर नजदीकी MGM हॉस्पिटल में अपनी पत्नी की डिलेवरी कराई। Mgm में महिला की नॉर्मल डिलेवरी हुई है। यह पहला अवसर नहीं है जब किसी प्रसूता के साथ तैनात ड्यूटी डॉक्टर द्वारा इस तरह का व्यवहार किया गया हो इसके पूर्व में भी कई बार ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। जिला अस्पताल और विवाद इन दोनों का हमेशा से ही गहरा नाता रहा है। जिला अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली को लेकर आए दिन सवाल उठते रहते हैं। जिला अस्पताल में तैनात अधिकतर महिला डॉक्टर प्रसूताओ को निजी अस्पताल में ही भेज कर ऑपरेशन कराती हैं। कई डॉक्टरों ने तो इस काम के लिए जिला अस्पताल में अपने दलाल भी तैनात कर रखे हैं जो कि दिन रात ऐसी पीड़ित लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके क्लीनिक तक पहुंचाने का काम करते रहते हैं।
झूठा मुकदमा दर्ज कराने की दी जा रही धमकी
अधिकतर ऐसे मामलों में डॉक्टरों द्वारा पीड़ित परिवार या पीड़ित की आवाज उठाने वालों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी भी दी जाती है इस मामले में भी कुछ इसी तरह की बातें सामने आ रही हैं यहां पर भी अस्पताल प्रबंधन नर्सों से सांठगांठ कर पीड़ित परिवार व उसके सहयोगियों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
कलेक्टर व सीएम हेल्पलाइन में की शिकायत
पीड़ित महिला के परिजनों ने इस घटना को लेकर कलेक्टर कार्यालय में विगत 10 अप्रैल को एक शिकायत की है इसके साथ ही पीड़ित परिवार ने सीएम हेल्पलाइन में भी अपनी परेशानी का जिक्र करते हुए शिकायत दर्ज कराई है। सी एम हेल्पलाइन भोपाल में की गई शिकायत नंबर 21724993 में पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लागई
सौरभ श्रीवास्तव मो.9131308097
जिला कटनी मध्य प्रदेश