अप्प दीपो भव, साधना से सद्भावना का निर्माण, जहां सद्भावना होती है वहां समृद्धि और सफलता अपने आप ही आती है इसलिए सभी को साधना करना चाहिए साधना से स्वयं का परिष्कार होता है स्वयं की कार्य क्षमता और गुणवत्ता और स्वास्थ्य में सुधार होता है उक्त विचार गायात्री परिवार द्वारा आयोजित नारी जागरण संगोष्ठी में उपस्थित मातृशक्ति को संबोधित करते हुए गायत्री परिवार महिला मंडल की जिला संयोजीका श्रीमती माधुरी मुकाती ने अपने संबोधन में उन्होंने कहा घर-घर सद्भावना का वातावरण बनाकर धरती पर स्वर्ग का अवतरण करना ही गायत्री परिवार का लक्ष्य है इस अवसर पर जिला सहसंयोजी का श्रीमती संगीता विश्नोले ने कहा कि यज्ञ की महत्ता एवं वैज्ञानिक लाभ समझाएं साधना आंदोलन प्रमुख श्रीमती प्रभा पाटीदार ने कहा साधना के वैज्ञानिक लाभ एवम उपयोग एवं विधियां विस्तार से बताई गई श्रीमती सुनीता पाटीदार में नारी जन जागरण का महत्व एवम् उद्देश्य बताया ।उन्होंने बताया कि समय का सही सही नियोजन कर परिवार में नियमित स्वाध्याय करें एवं अग्निहोत्र करें ताकि परिवार के सभी सदस्यों को देवत्व का विकास हो सके वरिष्ठ परिब्राजक श्री शंभू दयाल साहू द्वारा गुरु गरिमा एवं गुरुदेव के साहित्य के माध्यम से जीवन निर्माण एवं राष्ट्र निर्माण का कार्य पूर्ण निष्ठा से करने के लिए कहा
तथा 16 संस्कारों का महत्व एवं उपयोग भी बताए । सुश्री तुलसी चौहान ने देव पूजन किया सर्वश्री श्रीमती ज्योत्स्ना पटेल, श्रीमती नीलिमा ़गंगराड़े, श्रीमती राधा वास्कले ने सभी अतिथियों का माल्याअर्पण कर स्वागत किया कार्यक्रम में सर्वश्री मेवालाल जायसवाल, काशीराम सिसोदिया, प्रीतम सिंह चौहान, दिलीप सोनी, राजू धुर्वे, सुमन गुप्ता, रामदुलारी मीणा, ज्योति राठौड़, सीमा बाई, हिराबाई, लताबाई काले, संध्या गंगाराड़े बड़ी संख्या में मातृ शक्ति उपस्थित होकर गायत्री परिवार के रचनात्मक एवं आंदोलन सहभागिता निभाने का संकल्प लिया ।
झिरन्या।। संवाददाता दिलीप बामनिया