दीनी तब्लीगी जमात मनावर के नेतृत्व में तीन दिवसीय इज्तीमा का आयोजन संपन्न

By
On:
Follow Us

 

मनावर जनक्रांति न्यूज़ फिरोज़ ख़ान आरके सिंघाना

मनावर : धार जिले के मनावर में बालीपुर रोड स्थित वजीर कॉलोनी मैदान में दीनी तबलीगी जमात मनावर के नेतृत्व में तीन दिवसीय इज्तिमा का आयोजन संपन्न हुआ। उक्त आयोजन में धार जिले सहित अन्य जिलों के हजारों लोगों ने शिरकत की, मुस्लिम ओलमाओ (धर्मगुरु) ने सभी उपस्थित समाज जनों के बीच अल्लाह के बताए हुए रास्ते पर चलने की हिदायत दी, साथ ही सामाजिक (तकरीर) प्रवचन किये।

उक्त आयोजन में आने वाले समाज जनों के लिए सोने, खाने सहित समस्त सुविधाएं उपलब्ध थी। विश्व भर पर इस्लामी धर्म प्रचार के लिए ये संस्थाएं काम करती है, जो मुसलमानों को मूल इस्लामी पद्दतियों की तरफ़ बुलाता है। खास तौर पर धार्मिक तरीके, वेशाभूश, वैयक्तिक गति विधियां है। मरकज़ के मायने यानी केंद्र होता है और तबलीग का मतलब है अल्लाह और कुरान, हदीस की बात दूसरों तक पहुंचाना। वहीं जमात का मतलब ग्रुप से है। तबलीगी जमात यानी एक ग्रुप की जमात। तबलीगी मरकज का मतलब इस्लाम की बात दूसरे लोगों तक पहुंचाने का केंद्र। लगभग 75 साल पहले मेवात के मौलाना मौलाना इलियास साहब ने मरकज की स्थापना की थी इस मरकस को बनाने का उनका मकसद था कि भारत के अनपढ़ मुसलमानों में बढ़ती जहालत को खत्म करके उनको इस्लाम के बताए गए रास्ते और नमाज की तरफ लाना था ताकि यह भटके हुए लोग नमाज पढ़ें, रोजे रखें और बुराइयों से बचें, सच्चाई अख्तियार करें। इन कामों से मरकज़  को इतनी प्रसिद्धि मिली कि वह पूरी दुनिया में जाना जाने लगा। दुनिया भर से लोग यहां आने लगे और फिर बुराई से अच्छाई की तरफ लाने का केंद्र बन गया।

मरकज में अमीर यानी हेड की हिदायत पर देश और विदेश के कोने-कोने में लोगों के ग्रुप जिसको जमात कहा जाता है, मस्जिदों में जा-जाकर इस्लाम की बातों को लोगों तक पहुंचाने का काम करने लगे। इसमें इलाक़े के हिसाब से एक कमेटी बना देते हैं। वे अपने इलाक़े में गश्त (भ्रमण) करते हुए लोगों से बुराई को छोड़ने और नेकी की तरफ़ चलने के लिए कहती हैं। फिर वे लोग इस तरह नए सदस्यों को जोड़ते हैं और उनको अपनी कमेटी के जरिए मस्जिद से जाने वाली जमात में शरीक होने के लिए कहा जाता है। ये जमात तीन दिन से लेकर चालीस दिन या और उससे अधिक दिनों के लिए होती है। इलाक़े की मस्जिद से बनी कमेटी अपनी लिस्ट ज़िले के मुख्य केन्द्र को देती हैं और फिर वह मरकज़ में भेज दी जाती है।

MP जनक्रांति न्यूज़ फिरोज़ ख़ान आरके सिंघाना

For Feedback - newsmpjankranti@gmail.com

Related News

Leave a Comment