सुनिल मेघवाल नागौर : नागौर के बस्सी गाव के सरकारी स्कूल की घटना पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगाने वाले क्लर्क की हुई मौत: जे एल ऐन हॉस्पिटल अजमेर में उपचार के दोरान हुई मौत
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार
परिजनों व लिपिक एसोसिएशन ने प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग। नागौर में बस्सी के एक सरकारी स्कूल में खुद को आग लगाने वाले क्लर्क की आज सुबह मौत हो गई। अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था। क्लर्क ने गुरुवार सुबह 8 बजे के लगभग को खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई थी। परिजनों का आरोप है कि ट्रांसफर होने के बाद भी प्रिंसिपल सीमा चंदेल ने उसे रिलीव नहीं किया गया ।
नागौर के बस्सी गांव में क्लर्क रामसुख मेघवाल की शव लेने से परिवार ने इनकार कर दिया है। अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ है। अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर परिवार के लोग, लिपिक एसोसिएशन के साथी और अन्य लोग धरने पर बैठे हैं।आग से क्लर्क रामसुख मेघवाल लगभग 80 फीसदी तक झुलस गए थे।
रामसुख बस्सी गांव का ही रहने वाले थे। आरोप है कि स्कूल की प्रिंसिपल सीमा चंदेल और स्टाफ के तीन लोग धन्नाराम माली, महावीर नाहर और सुमित ने लगातार परेशान करने का लगाया आरोप
फरवरी के पहले सप्ताह में मंत्रालयिक कर्मचारियों के प्रमोशन
इस दौरान रामसुख मेघवाल का प्रमोशन क्लर्क से एएओ (अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी) के तौर पर हो गया था। प्रमोशन के बाद उन्हें 7 फरवरी को पीलवा स्कूल में जॉइन करना था, लेकिन बस्सी स्कूल से उन्हें रिलीव नहीं किया जा रहा था, इससे वे परेशान थे।
क्लर्क रामसुख मेघवाल ने 5 दिन पहले उसने पेट्रोल की बोतल स्कूल में लाकर रख ली थी। गुरुवार सुबह उसने रिलीव करने की बात कही लेकिन स्कूल प्रिंसिपल की मनमानी के चलते रिलीव का कोई जवाब नही दिया गया उल्टा उसको परेशान करने लगे इसी से आहत होकर रामसुख मेघवाल ने पेट्रोल की उड़ेलकर खुद को आग के हवाले कर दिया पीलवा थानाधिकारी सूरजमल चौधरी ने बताया कि सीनियर सेकेंडरी स्कूल बस्सी के बरामदे में यह घटना हुई। उस वक्त स्कूल में क्लास चल रही थी। वहां मौजूद लोगों ने क्लर्क को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने खुद को आग लगा ली। उन्हें झुलसी हालत में कल दोपहर अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था
इस घटना के बाद गुरुवार को शाम तक प्रिंसिपल सीमा चंदेल को निलंबित आदेश जारी कर दिया मीडिया ने जब प्रिंसिपल सीमा चंदेल से बात करने की कोशिस की तो उसने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। इसके बाद से प्रिंसिपल गायब है। इसके अलावा स्टाफ के तीन अन्य लोग धन्नाराम माली, महावीर नाहर और सुमित लोगों को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
क्लर्क की मौत पर विरोध प्रदर्शन
क्लर्क के आत्मदाह के बाद परिजन और लिपिक एसोसिएशन के लोगों ने धरना दे दिया। वे इस मामले की जांच पर अड़ गए। आज जेएलएन हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर भी विरोध प्रदर्शन चल रहा है। विरोध प्रदर्शन और धरने में रामसुख के परिजन, सामाजिक कार्यकर्ता , रिश्तेदार, लिपिक एसोसिएशन के लोग और अन्य ग्रामीण मौजूद हैं। सभी लोग कर रहे है आरोपी प्रिंसिपल व अन्य को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। ये मामला लगातार तुल पकड़ता जा रहा है
सांसद बेनीवाल ने की उच्च स्तरीय जाँच की मांग व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीलवा थाना इलाके की बस्सी के स्कूल क्लर्क रामसुख मेघवाल की मौत के मामले को लेकर ट्वीट किया कि लिपिक इतना परेशान हो गया था कि उसे आत्मदाह करना पड़ा। ऐसे में पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। साथ ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
इधर परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया ने भी ट्विट कर लिखा कि लिपिक रामसुख की दिवंगत आत्मा को शांति मिले। उन्होंने कहा कि वे लगातार पुलिस प्रशासन से लगातार बात कर रहे हैं। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए विधायक रामनिवास गावड़िया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने हेतु उचित मुआवजा,परिवार के किसी सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जाने व् विभागीय परिलाभ प्रदान करने तथा इस मामले में संलिप्त दोषी पाए जाने वाले प्रधानाचार्य , मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए उकसाने वाले कर्मचारियों व् प्रकरण में लिप्त अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त से सख्त क़ानूनी कार्यवाही करने तथा कठोर सजा देने की मांग की गयी
पिछले काफी समय से चल रहा था विवाद
17 फरवरी को भी प्रिंसिपल के व्यवहार को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की और राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल, बस्सी के गेट पर ग्रामीणों ने ताला लगा दिया था। ग्रामीणों ने प्रिंसिपल व स्टाफ के अन्य कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया था।