उज्जैन। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदेश के 10 बड़े शहरों में वाहनों से हो रहे प्रदूषण का अध्ययन कर जांच रिपोर्ट पेश की है। इसमें उज्जैन की स्थिति भी अच्छी नहीं मानी जा सकती है। बोर्ड ने उज्जैन में करीब 300 से ज्यादा वाहनों की जांच कर प्रदूषण का स्तर देखा तो इसमें 4 प्रतिशत वाहन ऐसे निकले जिनमें धुएं का लेवल निर्धारित मानक से ज्यादा मिला।
प्रदूषण बोर्ड ने प्रदेश के 10 रोजनल ऑफिस वाले शहरों में वाहनों के प्रदूषण की जांच की। जांच के लिए उज्जैन के साथ ही इंदौर, भोपाल, मंडीदीप, सतना, सागर, शहडोल, छिंदवाड़ा, कटनी और रीवा में अभियान चलाया गया। इसमें उज्जैन शहर के 379 डीजल और पेट्रोल दोनों तरह के वाहनों की जांच की गई। इनमें से 17 वाहनों में लिमिट से अधिक प्रदूषण पाया गया। खास बात यह है कि डीजल वाहन सबसे अधिक प्रदूषण फैला रहे हैं। इनमें चार पहिया वाहन सबसे ज्यादा प्रदूषण फैला रहे है
यह हैं प्रमुख चुनौतियां…
प्लानिंग का अभाव, प्रदूषण विभाग के पास शहर में एक्यूआइ कम करने के लिए कोई विशेष प्लान नहीं है। वर्षाकाल में यह स्वत: कम हो जाता है और ठंड में बढ़ जाता है। गर्मी में एक्यूआइ बढऩे का दोष पराली जलाने