आलीराजपुर नगर में सगरवंशिय माली समाज द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि पर गणगौर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। गणगौर पर्व पर समाजजन के द्वारा घर घर पर गणगौर माता के रथ को लाया जाता है ग्यारस के दिन जवारे की स्थापना की जाती है एवं तीज के दिन परिवार सहित माता के जवारों की पूजा अर्चना की करते है इस दिन समस्त हिंदू समाज द्वारा पूजा कर दूध,पूजन सामग्री व पुष्प अर्पित कर महिलाओं अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती है। राष्ट्रीय फुले ब्रिगेड मीडिया प्रभारी संजय गेहलोद ने बताया कि नवरात्रि के तीज के दिन सुबह से माता की वाड़ी की पूजा समस्त हिन्दू समाज की महिलाएं पुरुषों बड़ी संख्या में माली समाज धर्मशाला में माता के ज्वारों की वाड़ी की पूजा अर्चना की करते है । तीज के दिन शाम को भीलट देव की पूजा की जाती है तत्पश्चात माता खेली जाती है गणगौर रथ शाम को माली समाज धर्मशाला पर सभी रथ को बाहर रखा जाता है जहाँ पर पूजा अर्चना के बाद ढोल ढमाकों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें समाज की महिलाएं पुरुष सज धज कर शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा नीम चौक से होते हुए राजवाड़ा पहुंची। जहां पर सालों से चली आ रही परम्परा अनुसार माता के रथ को महल के सामने रोका जाता है, जहां पर गणगौर माता के रथ की पूजा अर्चना की जाती है। इसके बाद राजवाड़ा से पुनः शोभायात्रा निम चौक होते हुवे होली टवडा खेड़े पर रथ को ले जाया जाता है अपनी मन्नत पुरी होने पर शांतिलाल बंशीलाल माली के यहाँ पर माता के रथ को एक दिन के लिए रोका गया। रविवार को शोभायात्रा निकाल कर ढोल ढामाको के साथ माता खेलते हुवे निम चौक,हाटगली टाकीज चौराहा होते हुवे जनपद पंचायत में बड़ी माता के मंदिर माता नम आंखों से विदाई दी गई माता के जवारों का विषर्जन माली समाज द्वारा कोटेश्वर में किया गया इस अवसर पर माली समाज अध्यक्ष मधु मोहन माली,रामलाल माली,शांतिलाल माली,स्वामीनारायण माली,अनिल माली,मनीष माली,अरविंद माली,नानूराम माली,राकेश माली,प्रितेश माली,गौरव माली,भूपेंद्र माली,नवीन माली,सहित सभी समज्जजन उपस्थित रहे
मुस्तकीम मुगल अलीराजपुर
7974063831






