हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए:परिचर्चा में विद्वानों ने रखी मांग

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मनावर / विश्व हिंदी दिवस पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अनिल जैन,साहित्यकार स्वप्निल शर्मा  ,राजू देवड़ा , साहित्यकार बसंत जख्मी के आतिथ्य में परिचर्चा का आयोजन ग्राम बालीपुर में किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग की। कार्यक्रम में राजू देवड़ा को प्रेस क्लब मनावर का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वप्निल शर्मा ने कहा की प्रत्येक राष्ट्र की एक राष्ट्रभाषा होती है जो कि पूरे राष्ट्र को जोड़ने का कार्य करती है। लेकिन हमारे देश में कोई भी भाषा राष्ट्रीय भाषा नहीं है। हिंदी विश्व की सर्वश्रेष्ठ भाषा है। जयप्रकाश सेन ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करना तथा हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रस्तुत करना है। पवन पाटीदार ने कहा कि विश्व भर में करोड़ों की संख्या में लोग हिंदी बोलते हैं दुनिया में बोले जाने वाली पांच प्रमुख भाषाओं में से हिंदी एक है। साहित्यकार विश्वदीप मिश्रा ने कहा कि हिंदी हिंदुस्तान की पहचान तथा गौरव दोनों हैं ।यह भारत की विविधता का प्रतीक है। यह देश की भक्ति, संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है। हिंदी हमारे संविधान की आधिकारिक भाषा है।भारतीय भाषाओं में केवल हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसे राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाया जाना चाहिए। साहित्यकार वसंत जख्मी ने बताया कि भारतीय संविधान में भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है। सरकार ने 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा के रूप में जगह दी है ।हिंदी को केवल राजभाषा का दर्जा मिला हुआ है।

कार्यक्रम में प्रेस क्लब के सचिव निलेश जैन, वरिष्ठ पत्रकार गोविंद सोलंकी ,योगेश जख्मी, शाहनवाज शेख, मुन्ना जैन,कुलदीप चौहान, शकील खान , करणसिंह दरबार, फिरोज़ ख़ान आरके., लक्ष्मी जाट,रितु शर्मा, सीतापुरी दरबार,  सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी लोग मौजूद थे। प्रेस क्लब का तहसील उपाध्यक्ष बनाए जाने पर राजू देवड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

MP  जनक्रांति न्यूज़ फिरोज़ ख़ान आरके

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