रतलाम. मध्यप्रदेश के रतलाम में सैलाना बस स्टैंड स्थित अखंड ज्ञान आश्रम में 18 मार्च को घटित घटना के मामले में पूर्व पार्षद सूरज जाट व अन्य के खिलाफ दर्ज पुलिस FIR की वापसी की मांग को लेकर बुधवार को अखंड ज्ञान आश्रम भक्त मंडल सड़क पर उतर आया। भक्त मंडल के सैकड़ों अनुयायियों ने रैली निकालकर रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी को ज्ञापन दिया।
आरोप है कि 18 मार्च को पूर्व पार्षद सूरज जाट ने अपने भाई अंबर जाट व मित्रों के साथ मिलकर अखंड ज्ञान आश्रम में तोडफ़ोड़ की थी। इस दौरान सीसीटीवी कैमरे में जो दृष्य कैद होते है, उसका डीपीआर ले गए थे। पहले संत ने पुलिस में कायमी से इंकार कर दिया था। 21 मार्च को संत रतलाम के स्टेशन रोड पुलिस थाने पहुंचे और युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मयंक जाट के भाई सूरज जाट, अंबर जाट सहित अन्य के खिलाफ FIR कराई।
बुधवार को अखंड ज्ञान आश्रम के सैकड़ों की संख्या में अनुयायी शहीद चौक पर एकत्रित हुए। यहां से मौन जुलूस के रूप में रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी के आफिस पहुंचे। यहां भक्त मंडल ने ज्ञापन एसपी अभिषेक तिवारी को दिया गया। ज्ञापन में बताया कि 18 मार्च को सुबह 10.30 बजे की घटना के बाद 21 मार्च की शाम को पुलिस ने झूठा प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण दर्ज करने से पुलिस की कार्यवाई पर ही गंभीर सवाल खड़े हो गए है। ज्ञापन में भक्त मंडल ने बताया कि शिकायतकर्ता स्वामी देवस्वरूपनान्द संतो व भक्तों को काफी परेशान कर रहे है। महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार किया जा रहा है। उक्त मामले में एक ज्ञापन पूर्व में 21 मार्च को भी दिया गया था, जिसकी जांच लंबित है। ज्ञापन में भक्त मंडल के सदस्यों ने आरोप लगाया कि संत देवस्वरूप आश्रम की गुरु परम्परा के विपरीत आचरण कर रहे है। जिससे भक्तों की धर्मिक भावना आहत हो रही है। 18 मार्च की घटना पर 4 दिन बाद प्रकरण दर्ज करवाया गया है, जबकि जिन 5 अनुयायियों पर प्रकरण दर्ज किया गया उनमें से 3 अनुयायी उतर प्रदेश से दर्शनार्थ आए थे। भक्त मंडल ने एसपी से मांग की की सूरज जाट तथा अन्य पर दर्ज प्रकरण का खत्मा किया जाए तथा संत देवस्वरूपनान्द पर महिलाओं से दुव्र्यवहार करने तथा आश्रम की मान्यता के विपरीत कार्य करने पर पुलिस प्रकरण दर्ज किया जाए। ज्ञापन का वाचन आयुषी सोनी ने किया।
रिपोर्ट -राहुल चौहान
जिला -रतलाम
मो.-9826931937






