पानसेमल: नगर स्थित शासकीय महाविद्यालय मोटा अनाज के ऊपर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता संस्था के प्राचार्य डॉ.दीपक शिंदे के द्वारा करते हुए कहा कि हमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स आदि उपस्थित हो ऐसा संतुलित भोजन लेना चाहिए। कार्यशाला प्रभारी केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ. प्रकाश सोलंकी ने कहा कि मोटा जिसे पोषक अनाज भी कहते हैं जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, चीना एवं कुट्टू आदि पोषक तत्वों से भरपूर इसमें सॉल्युबल फाइबर के साथ कैल्शियम, आयरन , बीटा-कैरोठीन, विटामिन बी-6, फोलिक एसिड, पोटैशियम, मैग्निशियम, जस्ता आदि भरपूर इन अनाजों को सुपर फूड भी कहा जाता है । मोटे अनाज को कुपोषण के खिलाफ लाभकारी माना जाता है। मोटा अनाज का सेवन अनेकों बीमारियों से बचाव करता है।
सेहतमंद होता है मोटा अनाज
डॉ.सोलंकी ने यह भी कहा मोटा अनाज डायबिटीज एवं हाइपरटेंशन जैसी बीमारी को दूर करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। आसानी से फैल रही संक्रामक बीमारियों की एक वजह संतुलित और पोषण आहार की कमी है। जो इम्यूनिटी को कमजोर बनाती है मोटे अनाज से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है। मोटा अनाज कुपोषण दूर करने, आंखों की रोशनी एवं हड्डियां मजबूत करने के लिए भी फायदेमंद होता है।
कार्यशाला में डॉ. रजनी सोलंकी, डॉ. मंजुला चौहान, डॉ. सुनील बागले छात्र प्रियांशु पटेल, रेणुका धाड़नेकर, कृतिका वर्मा, पवन मुखड़े, संगीता जाधव, अनिता कुशवाहा, सपना चौहान, मयूर सोनवणे, अर्जुन सोलंकी, चैंपियन वास्कले, विष्णु गावित, रोहिदास पावरा, कविता अहिरे, लता गिरासे, शंकर बोरसे, अक्षत वर्मा, मीनाक्षी जाधव आदि छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
– पानसेमल जनक्रांति न्यूज संदीप पाटिल कि रिपोर्ट






