छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के मुख्य बाजारों ग्रामीण नागरिकों का मुर्गा बाजार मनोरंजन का साधन बना हुआ है हमारे न्यूज़ रिपोर्टर के द्वारा रविवार 9 अप्रैल को बस्तर संभाग के कांकेर जिले के 4 किलोमीटर दूर इरागांव बाजार में पहुंची यहां पर मुर्गा बाजार लगा हुआ था जिसमें अलग-अलग लोगों के द्वारा दो मुर्गों की लड़ाई करवाया जाता है मुर्गा के पैर में एक छोटी सी छूरी धारदार बांधी जाती है तथा दो मुर्गों को मैदान में मुर्गा के मालिकों के द्वारा लड़ने के लिए छोड़ दिया जाता है मुर्गा एक दूसरे को वार करते हैं वार करते करते जो मुर्गा मैदान छोड़कर भाग जाता है या मैदान में मर जाता है तो उसकी हार मानी जाती है जीतने वाला मुर्गा मालिक उसे अपने घर ले जाता है देखा गया कि जो धारदार छुरी मुर्गे में बांधा जाता है बांधने का ₹ 500 रुपए लिए जाते हैं तथा जिस मैदान में मुर्गा का लड़ाई होता है उस मैदान का किराया ₹200 लिया जाता है इस प्रकार जो जीतने वाला मुर्गा का मालिक रहता है वह ₹700 पटाकर मुर्गा को घर ले जाता है इस बाजार में होटल के के अलावा चिकन मार्केट तथा छिंद रस ,सल्फी पेय नशीली पदार्थ की दुकान भी देखने को मिला है तथा लोग सेवन करते भी दिखाई दिए! दर्शक गण लड़ने वाले मुर्गा में पैसे का दांव लगाए रहते हैं इस प्रकार से मुर्गा बाजार लोगों का मनोरंजन का साधन बना हुआ है!
– डॉ रमाशंकर श्रीवास्तव, मो. 9424289495, नगर कांकेर उत्तरबस्तर कांकेर, छत्तीसगढ़