मक्के की कटाई का मौसम आते ही किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है फसल की कटाई। मजदूरी का बढ़ता खर्च छोटे किसानों के लिए एक बड़ा बोझ होता है। लेकिन अब आधुनिक कृषि यंत्रों ने इस समस्या का समाधान निकाल दिया है। छोटे खेतों के लिए छोटी मशीनें और बड़े खेतों के लिए बड़ी मशीनें उपयुक्त होती हैं। आज हम बात कर रहे है ब्रश कटर की बता दे की ब्रश कटर वास्तव में एक बहुउद्देश्यीय मशीन है जिसका उपयोग कई कृषि कार्यों के लिए किया जाता है। इसका उपयोग गेहूं, धान, मक्का आदि कई फसलों की कटाई के लिए किया जाता है। तो आइये जानते है इसके बारे में. .
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ब्रश कटर के दो मुख्य प्रकार
- 2 स्ट्रोक ब्रश कटर: ये ब्रश कटर हल्के होते हैं और इनकी कीमत भी कम होती है। ये छोटे खेतों और बगीचों के लिए उपयुक्त होते हैं।
- 4 स्ट्रोक ब्रश कटर: ये ब्रश कटर 2 स्ट्रोक ब्रश कटर की तुलना में अधिक शक्तिशाली होते हैं और इनका उपयोग बड़े खेतों में किया जाता है। ये अधिक टिकाऊ होते हैं और इनमें कम धुआं निकलता है।
ब्रश कटर का खर्च
ब्रश कटर के बारे में बता दे की एल्युमिनियम बॉडी के कारण ब्रश कटर का वजन कम होता है, जिससे किसान इसे आसानी से चला सकते हैं। ब्रश कटर कम ईंधन का उपयोग करता है। एक घंटे के काम में केवल 900 मिलीलीटर ऑयल मिश्रित पेट्रोल की आवश्यकता होती है। और ब्रश कटर के साथ मिलने वाले विभिन्न अटैचमेंट्स के कारण किसान कई तरह के काम कर सकते हैं, जैसे कि खरपतवार निकालना, घास काटना और फसल कटाई करना। ब्रश कटर मशीन के साथ वीडर अटैचमेंट (ब्लेडेड), नायलॉन वायर कटर और हार्वेस्टर/ग्रास कटर ब्लेड भी मिलते हैं,और ब्रश कटर के इस्तेमाल से किसान बहुत समय और श्रम बचा सकते हैं।
ब्रश कटर की कीमत
ब्रश कटर की कीमत की अगर हम बात करे तो बाजार में कई तरह के ब्रश कटर आते है और बाजार में इसकी कीमत 8800 रुपए से शुरू होकर 35,000 रुपए के बीच होती है।
ब्रश कटर पर सब्सिडी
किसानो को बिहार सरकार द्वारा कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत सामान्य वर्ग को 3 बीएचपी से कम ब्रश कटर पर 40% या अधिकतम 10,000 रुपये और 3-5 बीएचपी ब्रश कटर पर 40% या अधिकतम 16,000 रुपये तक रहती है. वही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानो को 3 बीएचपी से कम ब्रश कटर पर 50% या अधिकतम 12,500 रुपये और 3-5 बीएचपी ब्रश कटर पर 20,000 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है.