Burhanpur: भारी विरोध एवं पुतले दहन के बाद कांग्रेस जिला अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक

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बुरहानपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष (अल्पसंख्यक) की नियुक्त होते ही ​कांग्रेस की कलह और गुटबाजी सामने आ गई। एक खेमे से बने अध्यक्षों का दूसरे गुट ने तीखा विरोध कर दिया।

मप्र के बुरहानपुर में कांग्रेस की गुटबाजी और अंदरुनी कलह अल्पसंख्यक कांग्रेस जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होते ही सड़क पर आ गई। हाल ही में बुरहानपुर कांग्रेस के बाद अल्पसंख्यक कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की गई थी। जिसके के विरोध में कांग्रेस का एक धड़ा सड़क पर उतर आया। सड़क पर प्रदर्शन करते हुए मध्यप्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह वोहरा व अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष का पुतला भी जलाया गया। 

शिकायतों को आधार बनाया गया
प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रभारी महेंद्र सिंह वोहरा ने बुरहानपुर शहर और ग्रामीण जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर शनिवार 18 फ़रवरी को अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने रोक लगा दी। इन नियुक्तियों को रोकने की पीछे इनके खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों को आधार बनाया गया।

जांच के बाद फाइनल होगी नियुक्त
संगठन के पदाधिकारियों की शिकायत की जांच करवाई जाएँगी। जांच रिपोर्ट तक शहर एवं ग्रामीण अध्यक्ष की नियुक्तियों को होल्ड रखा गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद अध्यक्षों की नियुक्त फाइनल होगी।

सोशल मीडिया पर कांग्रेसियों ने जताया था विरोध
बुरहानपुर जिले में नियुक्तियों के बाद संगठन के कुछ पदाधिकारियों के बीच असंतोष बढ़ने और सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप के साथ दोनों अध्यक्षों पर AIMIM और भाजपा से जुड़े होने की पोस्ट वायरल होने लगी। विरोध करने वालो का कहना है पार्टी में कई लोग लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। ऐसे पदाधिकारियों को मौका नहीं मिला। AIMIM और भाजपा से साठगाठ करने वालो को जिला स्तर की कमान दे दिए जाने से संगठन के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने वालो को ठेस पहुंची है। जो पार्टी की रीति नीति से परिचित हैं। ऐसे लोगों को मौका मिलना चाहिए।

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