भारत के किसान सबसे ज्यादा उन्नत खेती पर निर्भर रहते है। ऐसे में उन्हें सब्जियों की खेती से अच्छी आमदनी प्राप्त होती है। क्योंकि बाजार में सर्वाधिक सब्जियों की डिमांड रहती है। ऐसे में भारत के किसान इन दिनों लाल टमाटर के मुकाबले में काले टमाटर की खेती कर रहे है। जिससे उन्हें दुगुना मुनाफा प्राप्त हो रहा है। काले टमाटर में भरपूर पोषक तत्व मौजूद होते है जो कई बीमारियों से निजात दिलाते है। इसलिए किसानों को काले टमाटर की खेती करने से मुनाफा होता है। तो आइए जानते है काले टमाटर की खेती के बारे में।
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खेती के लिए मिट्टी और जलवायु
काले टमाटर की खेती पहले सिर्फ हिमाचल प्रदेश में की जाती थी। लेकिन अब सभी राज्यों में की जाती है। काले टमाटर की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। यह गर्म जलवायु में तेजी से ग्रोथ करता है। अगर भारत के किसान काल टमाटर की खेती करते हैं, तो उन्हें बंपर उपज मिलेगी।
काले टमाटर की उन्नत किस्मे
अगर काले टमाटर की उन्नत किस्मों की बात करें तो कई किस्म है जैसे- ब्लू चॉकलेट, डांसिंग विथ स्मर्फस, हेल्सिंग जंक्शन ब्लूज, इंडिगो ब्लू बेरीज डार्क गैलेक्सी, ब्लू गोल्ड फ़ारेनहाइट ब्लूज, इंडिगो रोज़, पर्पल बंबलबी, इंडिगो रब, सनब्लैक, ब्लू बायो और ब्लैक ब्यूटी आदि। काले टमाटर की इन किस्मों की खेती की जाती है।
बुआई का समय एवं तापमान
काले टमाटर के पोधो की बुवाई गर्मियों में मार्च-अप्रैल के माह में की जाती है। काले टमाटर की खेती के लिए 10 से 30 डिग्री का तापमान उपयुक्त होता है। लाल टमाटर के मुकाबले काले टमाटर की खेती में फल थोड़ा देरी से आते हैं जिसके लिए किसान को फल आने का इंतजार करना पड़ता है।
खेती में लागत और मुनाफा
अगर आप काले टमाटर की खेती लगभग एक एकड़ की जमीन में कर रहे है तो आपको 1 लाख रूपये तक की लागत लगेगी। जमीन की मिट्टी की उर्वरक स्थिति अच्छी होने पर इससे 200 क्विंटल काले टमाटर का उत्पादन प्राप्त होगा। बाजार में काले टमाटर 30 रूपये प्रति किलो के भाव से बिक रहे है। ऐसे में आपको करीब काले टमाटर की खेती से 4,00,000 रुपये तक का मुनाफा हो सकता है। इस तरह से किसान काले टमाटर की खेती करके लाखों रूपये कमा सकते है।