कृषि के क्षेत्र में बहुत से यंत्रो का प्रयोग किया जाता है. उसी में से एक है ट्रैक्टर द्वारा चलित लेजर लैंड लेवलर एक आधुनिक कृषि उपकरण है जो खेतों को अत्यंत सटीकता के साथ समतल करने का काम करता है। यह मशीन किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है क्योंकि इससे सिंचाई, खाद डालने और फसल कटाई जैसे कार्यों में काफी आसानी होती है। तो आइये जानते है इसके बारे में…
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लेजर लैंड लेवलर मशीन कैसे काम करती है
यह मशीन एक लेजर बीम का उपयोग करती है जो खेत की सतह पर एक संदर्भ रेखा स्थापित करता है। इस रेखा के आधार पर मशीन खेत की ऊंची-नीची जगहों को पहचान कर उन्हें समतल कर देती है।
लेजर लैंड लेवलर मशीन के फायदे
- सटीक समतलीकरण: यह मशीन खेत को मिलीमीटर की सटीकता के साथ समतल कर सकती है।
- पानी का बेहतर उपयोग: समतल खेत में पानी बराबर फैलता है जिससे पानी की बर्बादी कम होती है।
- खाद का प्रभावी उपयोग: खाद भी समतल खेत में बराबर फैलता है जिससे फसल को अधिक पोषण मिलता है।
- कम श्रम: इस मशीन से काम करने में कम श्रम लगता है और समय भी बचता है।
- फसल उत्पादन में वृद्धि: समतल खेत में फसल का उत्पादन अधिक होता है।
- मिट्टी के कटाव को रोकना: समतल खेत में मिट्टी का कटाव कम होता है।
लेजर लैंड लेवलर मशीन के उपयोग
- खेतों को समतल करना: यह इसका मुख्य कार्य है।
- सिंचाई के लिए खेतों को तैयार करना: समतल खेत में सिंचाई करना आसान होता है।
- खाद डालने के लिए खेतों को तैयार करना: समतल खेत में खाद बराबर फैलता है।
- फसल कटाई के लिए खेतों को तैयार करना: समतल खेत में फसल कटाई आसानी से की जा सकती है।
लेजर लैंड लेवलर मशीन की कीमत
लेजर लैंड लेवलर मशीन की कीमत मशीन के आकार, क्षमता और ब्रांड के आधार पर अलग-अलग होती है। आमतौर पर यह मशीन की कीमत 2 लाख 50 हजार रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक है. इसकी खरीद पर कई राज्य सरकार सब्सिडी भी देती है. वही अगर आप किसी दूसरे के खेत में किसान 600 से 700 रुपये प्रति घंटा के हिसाब से इस मशीन के द्वारा समतल करने का चार्ज ले सकते है.
सरकार की सब्सिडी
कई सरकारें किसानों को लेजर लैंड लेवलर मशीन खरीदने पर सब्सिडी देती हैं। यह किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। लेजर लैंड लेवलर मशीन खरीदने के लिए सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है। इस मशीन पर किसानों को 50 से लेकर 60 प्रतिशत तक सब्सिडी भी दी जाती है. एक मशीन पर अधिकतम 1 लाख 50 हजार की अनुदान राशि दी जाती है. इसके लिए समय-समय पर आवेदन मांगे जाते हैं।