डिब्रूगढ़ (जनक्रांति न्यूज) अर्नब शर्मा : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नगालैंड में 52 करोड़ रुपये की पांच अलग-अलग विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नागालैंड विभिन्न प्रकार की जनजातियों की संस्कृतियों के मिलन की भूमि है।
परियोजनाओं में लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से 42 सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आभासी वास्तविकता (VR) प्रयोगशालाएं, नौ सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में 1 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से निर्मित अटल टिंकरिंग लैब्स, 12.5 मेगावाट (MV) उप शामिल हैं। 14 करोड़ रुपये की लागत से चीफोबोजोउ में स्टेशन, सारामती पर्वत पर ट्रेकिंग और बेस कैंप, थानामिर गांव और किफिरे और गवर्नर के कैंप लाइफयान के पास 28 करोड़ रुपये की लागत से दोयांग नदी पर दो लेन का पुल।
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नागालैंड विभिन्न प्रकार की जनजातियों की संस्कृतियों के मिलन की भूमि है।
उन्होंने कहा, “नागालैंड दुनिया के 25 प्रसिद्ध जैव विविधता क्षेत्रों में से एक है, जो इसे अपार पर्यटन क्षमता प्रदान करता है। नागालैंड अपने नागरिकों, संस्कृति और यहां की महिलाओं को दिए जाने वाले समान दर्जे के लिए भी पूरी दुनिया में मशहूर है।“
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने नागालैंड में शांति, प्रगति और समृद्धि के तीन P’s की स्थापना के अपने लक्ष्य में सफलता हासिल की है।
पूर्वोत्तर भारत को मुख्य धारा का क्षेत्र बनाने में पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए अमित शाह ने कहा, “मोदीजी ने पिछले आठ वर्षों में 51 से अधिक बार पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों का दौरा किया है और इस क्षेत्र को भारत से जोड़ने का एक बहुत ही सफल प्रयास भी किया है। पूर्वोत्तर को इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े प्रोजेक्ट देकर भारत की मुख्यधारा में लाने के नतीजे भी सामने आए हैं।“
अमित शाह ने यह भी कहा कि 2004-2014 की अवधि की तुलना में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा 2014 से 2022 तक आठ वर्षों के दौरान नागालैंड को आवंटित धन में चार गुना वृद्धि हुई है, पिछली केंद्र सरकार के तहत।