डिब्रूगढ़ (जनक्रांति न्यूज) अर्नब शर्मा: असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्लाबरुआ ने घोषणा की कि राजधानी शहर में जल्द ही विशेष तीर्थयात्रा फेरी सेवा शुरू की जाएगी।
गुरुवार को की गई घोषणा तीर्थयात्रियों को एक ऐसी यात्रा का आनंद लेने में सक्षम बनाएगी जो ब्रह्मपुत्र के दोनों किनारों पर मुख्य मंदिरों को कवर करेगी। तीर्थयात्रा फेरी लाने का निर्णय असम कैबिनेट में कई अन्य मुद्दों के बीच लिया गया था।
कैबिनेट की बैठक दिसपुर के जनता भवन में हुई, जिसकी अध्यक्षता असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने की। जयंत मल्लबरुआ ने कहा कि केंद्र की सागर माला परियोजना के तहत विशेष फेरी मुहैया कराई जाएगी।
उन्होंने आगे राज्य के पर्यटन क्षेत्र में इस विशेष कदम के प्रभाव के बारे में बताया। यह असम की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के रूप में कार्य करेगा।
फेरी कामाख्या मंदिर से अश्वकलांता मंदिर तक जाएगी। यह एक मोड़ लेगा और उमानंद मंदिर की ओर बढ़ेगा। फेरी का अंतिम पड़ाव उत्तरी गुवाहाटी स्थित दौल गोविंदा मंदिर होगा।
मल्लाबरुआ ने आगे बताया कि दो महीने की समयावधि के भीतर असम में तकनीकी शिक्षा का कायापलट हो जाएगा। इसके लिए विशेष बोर्ड बनाया जाएगा। इस प्रक्रिया में लगभग 5,000 तकनीशियनों की आवश्यकता होगी क्योंकि 44 लाख घरों में डिजिटल मीटर लगाए जाएंगे।
जयंत मल्लबरुआ ने आगे प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 4,662 करोड़ रुपये की राशि का उल्लेख किया। बोरसोला में 50 मेगावाट का सोलर पार्क भी स्थापित किया जाएगा।
मंत्री ने नागरिक आपूर्ति, खाद्य और उपभोक्ता मामलों के विभाग के साथ सहयोग करने के लिए असम के कानूनी मेट्रोलॉजी विभाग के निर्णय के बारे में भी बात की। जयंत मल्लबरुआ ने एक प्रमुख बयान में बसुंधरा योजना के संबंध में आवेदन तिथि बढ़ाने की जानकारी दी।
संबंधित विभाग ने तिथि को 31 मार्च, 2023 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।