किसी भी व्यक्ति के द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य उसे विशिष्ट बनाते हैं—- डाइट प्राचार्य मनोज शुक्ला

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शिक्षक शंकरलाल काग  और बाबूलाल बर्फा के सेवानिवृत्ति  पर किया सम्मान

मनावर /शिक्षक के सेवा  मुक्त होने के बाद भी उनके द्वारा किए कार्य विद्यार्थी और समाज को आलोकित करते रहते हैं। वह लोग बिरले होते हैं जो तंत्र से परे होकर कुछ विशिष्ट  करते हैं। किसी भी व्यक्ति द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य उसे विशिष्ट बनाते हैं। सभी शिक्षकों को इनके द्वारा किए गए कार्यों का अनुसरण कर अपनी एक विशिष्टता  कायम करना चाहिए । उक्त संबोधन डाइट प्राचार्य मनोज शुक्ला ने ग्राम गुलाटी के शासकीय उत्कृष्ट कन्या प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में शिक्षक शंकरलाल काग और  बाबूलाल बर्फा  के सेवानिवृत्त होने पर संकुल केंद्र द्वारा आयोजित विदाई समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर व्यक्त किए।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित नन्हे विद्यार्थियों ने अपने प्यारे शिक्षकों को नम आंखों से विदाई दी। भावुक करने वाले इन पलों को वहा उपस्थित बड़ी संख्या में ग्रामीण ,जनप्रतिनिधि पत्रकार एवं आसपास के कई विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिका साक्षी बने।

सरस्वती पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के विहिप के क्षेत्रीय प्रभारी सोहन सोलंकी, विशिष्ट अतिथि डाइट व्याख्याता कमलसिंह ठाकुर, विशेष अतिथि  बीआरसीसी किशोर बागेश्वर, मां नर्मदा जन जागृति संस्था के अध्यक्ष तुकाराम पाटीदार, वृक्ष मित्र लुणाजी काग का स्वागत संकुल के शिक्षकों व ग्रामीणों ने किया। माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया स्वागत भाषण हरीश पाटीदार ने दिया ।

अपने उद्बोधन में अतिथि सोहन सोलंकी ने कहा कि नई शिक्षा नीति में भारत के इतिहास का पुर्नलेखन अत्यंत आवश्यक है। सशक्त व विकसित भारत के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षक सेवानिवृत्ति के बाद में सामाजिक और धार्मिक संगठनों से जुड़कर समाज को सही दिशा देने का कार्य करें। डाइट व्याख्याता कमलसिंह ठाकुर ने कहा कि शिक्षकों के कारण ही भारत  पूर्व में विश्व गुरु रहा है। भविष्य में भी शिक्षक ही भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। सीमित संसाधन में सर्वोत्तम शिक्षा ही शिक्षा का उचित मूल्यांकन है। जैसा कि इन दोनों शिक्षकों ने कर दिखाया है। बीआरसीसी किशोर बागेश्वर ने कहा कि धैर्य, ईमानदारी, परिश्रम और एकाग्रता से सीमित संसाधनों में भी उत्कृष्ट कार्य किया जा सकता है। तुकाराम पाटीदार ने दोनों शिक्षकों के कार्यकाल और किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला।

     सरकारी स्कूल की बदल डाली सूरत —- सेवानिवृत शिक्षक शंकरलाल काग ने ग्रामीण क्षेत्र के इस प्राथमिक विद्यालय के अपने निजी प्रयासों से सूरत बदल डाली थी। उन्होंने गरीब वर्ग की लड़कियों के लिए सरकारी स्कूल में निजी विद्यालय जैसी सुविधा जूटा कर रख दी थी। यहां तक की इन बालिकाओं को लाने के लिए उन्होंने वाहन तक की सुविधा अपने निजी व्यय से की थी ।शिक्षा के प्रति उनके द्वारा किए गए इन प्रयासों की कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक ने उस दौरान प्रशंसा की थी ।

कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के साथ ही ग्राम गुलाटी के क्षत्रिय सिर्वी समाज के सकल पंच, संकुल केंद्र कुराडाखाल, स्वरागिनी गायन ग्रुप से संदीप जाजमे , शिवलाल मालवीय, सुखदेव राठौर, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता विश्वदीप मिश्रा, मां नर्मदा जन जागृति संस्था तथा विभिन्न संस्थाओं ने दोनों शिक्षकों का सम्मान किया । कार्यक्रम संचालन मुकेश मेहता और राम शर्मा परिंदा ने किया तथा आभार रविंद्र शर्मा ने जताया । अतिथि स्वागत राजा पाठक, गोपाल मुवेल,बकन अलावा, मोहनलाल पंवार, राजेश काग,प्रताप अंचल , बाबूलाल चोयल, जगदीश चौहान, जगदीश पाटीदार, प्रकाश वर्मा आदि ने किया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक, जनशिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित थे ।

मनावर (जनक्रांति न्यूज़) फिरोज़ ख़ान आरके सिंघाना

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