बड़वानी (जनक्रांति न्यूज़) संदीप पाटिल:–पानसेमल’ना दिन देखता है, ना रात, ना भूख ना, प्यास,ना ठंड ना गर्मी,ना धूप ना छाव देखता है।
किसान कितनी कठोर मेहनत कर देश, समाज, परिवार के लिए जीने वाला किसान कीटनाशक, रासायनिक खाद, विषैली दवाईयों का छिड़काव फसलों की सुरक्षा के लिए करता है। कभी गोबर खाद की खेती करने वाला, प्राकृतिक जीवन जीने वाला किसान स्वस्थ तंदुरुस्त रहता था बुढ़ापे तक किसानी कार्य में डटा रहता ।वर्तमान समय में वह भी आर्थिक समस्या, घुटने दर्द, कमर दर्द, फेफड़ों की समस्या, आंखों में जलन, जल्दी थकावट आदि समस्याओं से ग्रस्त है। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने ग्राम जलगोन के किसान परिवार को खेत पर जाकर निशुल्क योग के गुर सिखाते हुए कहा, किसान दिवस पर। योग गुरु ने किसान स्वस्थ रहें इस हेतु आईवास, जलनेति, विट्ठल आसन, शवासन, अम्रत द्रव का सेवन आदि का प्रशिक्षण निशुल्क दिया।
फोटो 75 किसान दादी खेत पर संतुलन आसन करते हुए