द बर्निंग स्टूडियो द्वारा ट्रैम्पोलिन वर्कआउट सेशन आयोजित।।

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फिजिकल फिटनेस से दिमाग डिटॉक्स होता है और पॉजिटिव थिंकिंग को बढ़ावा मिलता है : पंकज सोनी
(जनक्रांति न्यूज) इंदौर – ट्रैम्पोलिन वर्कआउट सेशन का आयोजन फिटनेस के लिए काम कर रही संस्था द बर्निंग स्टूडियो द्वारा रीगल स्तिथ एक मॉल में किया गया । संस्था की पूर्वी बिदासरिया ने बताया की शारीरिक फिटनेस सर्वोपरि है एवं शरीर को स्वस्थ, सबल, निरोग, चुस्त एवं दुरुस्त रखना प्रत्येक व्यक्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए । हम फिटनेस की जागरूकता के लिए समय समय पर कुछ न कुछ गतिविधियां आयोजित कर रहे है ताकि सभी अपनी फिटनेस के महत्व को समझते हुए एक स्वस्थ एवं समृद्ध वैश्विक समाज के निर्माण के लिए अपने फिटनेस पर अधिक ध्यान केंद्रित करें।
फिटनेस ट्रेनर पंकज सोनी ने बताया की फिजिकल फिटनेस से दिमाग डिटॉक्स होता है और पॉजिटिव थिंकिंग को बढ़ावा मिलता है । अगर दिल की बीमारियां आपको डराती हैं या आप हाई ब्लड प्रेशर से बचना चाहते हैं, तो फिजिकल फिटनेस पर सही टेकनिक के साथ नियमित ध्यान दे इससे आपका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है, वज़न भी नहीं बढ़ता और आप हार्ट डिसीस, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज़, ब्लड प्रेशर, तनाव, अवसाद, आर्थराइटिस, कई तरह के कैंसर आदि जैसी जानलेवा बीमारियों से दूर रह सकते हैं। तनाव और मेंटल स्ट्रेस से जूझ रहे हैं, तो कुछ नही तो कम से कम आपको आधा घंटा वॉक कर लेना चाहिए। इससे आप फौरन अच्छा महसूस करेंगे। फिज़िकल एक्टीविटी से आप फौरन खुशी, रिलेक्सड और कम बेचैन महसूस करते हैं।
याद रखे कोई भी वर्कआउट शुरू करने से पहले स्ट्रेचिंग जरूरी है , एक्सपर्ट्स हमेशा एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग की सलाह देते हैं क्योंकि यह आपको किसी भी तरह की इंजरी से बचाता है ।
पूर्वी बिदासरिया ने बताया की इस बार हमने फिटनेस वर्कआउट को कुछ दिलचस्प बनाने के लिए ट्रैम्पोलिन वर्कआउट कराया । ट्रैम्पोलिन वर्कआउट में एक खास तरह का गोल इम्क्यूपमेंट होता है जिस पर एक्सरसाइज की जाती है। पार्क में बच्चों को एक गोल सी चीज़ पर जंप करते देखा होगा, जिस पर जंप करते ही वह ऊपर उछल जाते हैं। बच्चों वाली यही चीज हम बड़ों के लिए भी बहुत काम की है। इस पर जंपिंग एक्सरसाइज करने से न सिर्फ आपके मसल्स टोन्ड होंगे, बल्कि पेट की चर्बी भी जल्द कम हो जाएगी । आमतौर पर ट्रैम्पोलिन पर जंप अधिक किया जाता है जिससे वजन जल्दी कम करने में मदद मिलती है ।
पंकज सोनी ने बताया कई लोगो को लगता हैं की को लोग रोज फिजिकल फिटनेस पर ध्यान देते है वे भी तो बीमार ही है तो याद रखे की सकारात्मक सोच के साथ सही तकनीक के सहारे एक्सरसाइज या वर्कआउट नहीं करने से आपके शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। एक्सरसाइज के दौरान सही तकनीक का इस्तेमाल और सही तरीके से एक्सरसाइज का अभ्यास करना दोनों अलग-अलग चीजें हैं। वेट लिफ्टिंग, हार्ड कोर वर्कआउट और कार्डियो आदि करते समय अलग-अलग तकनीक और तरीके का इस्तेमाल होता है ।

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