राज्य स्तरीय समारोह में लाल परेड ग्राउंड में 75 वाँ गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया आकर्षक परेड निकाली गई

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राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने  75  वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भोपाल स्थित लाल परेड ग्राउंड में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और आकर्षक परेड की सलामी ली। लाल परेड ग्राउंड में हुई परेड में 19 टुकड़ियाँ शामिल थी।

राज्यपाल ने नागरिकों की उपस्थिति में खुले आकाश में रंगीन गुब्बारे छोड़े। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अंतर्गत समारोह में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दी। विद्यार्थियों ने भारत गणराज्य के बदलते स्वरूप की स्तुति का गान किया। उनका यह नृत्य भारत की छवि को विश्वगुरू के रूप में स्थापित शक्ति स्वरूप दर्शाता था। इस नृत्य में जहाँ एक ओर भारत की भौगोलिक विशेषताओं का बखान है, वहीं विश्व के मान के संरक्षक के रूप में दर्शाता है। पूरी दुनिया में भारत वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा स्थापित करता है और उसकी अस्मिता की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध है।विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति दी। उनकी इस प्रस्तुति में भारत भूमि की भव्यता एवं संस्कृति का वर्णन था। इस नृत्य में 60 छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति से जनसमुदाय का मन मोह लिया। नृत्यों की आखरी प्रस्तुति शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 171 बच्चों ने “देश राग” में नृत्य की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में स्कूल शिक्षा विभाग के 13 सरकारी स्कूल के बच्चे शामिल थे। नृत्य के माध्यम से लोकतंत्र में गणतंत्र के महत्व को दर्शाया गया था। प्रदेश के जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुतियाँ के अंतर्गत लाल परेड मैदान में हुए समारोह में जनजातीय संस्कृति पर केन्द्रित बुंदेलखंड का बरेदी और बधाई लोकनृत्य, निमाड़ का गणगौर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार और बड़वानी छेत्र में निवास करने वाली भील जनजाति का भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही यादव जाति का जातीय लोकनृत्य अहिराई की प्रस्तुति भी दी गई। इन नृत्यों में जनजातीय वर्ग के युवक-युवती रंगीन वेशभूषा में में छटा बिखेर रहे थे। जनजातीय वाद्य यंत्रों ने मैदान में उपस्थित जनसमुदाय को अभिभूत किया। गणतंत्र दिवस समारोह में झांकियों के माध्यम से प्रदेश की प्रगति, सुशासन जनभागीदारी से समग्र विकास को प्रदर्शित किया गया। उद्यानिकी विभाग की झांकी में जनभागीदारी से उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में प्रदेश की तरक्की को दर्शाया गया था। झांकी में देश में संतरा, टमाटर, धनिया एवं लहसुन उत्पादन में प्रथम स्थान रहने को चित्रित किया गया था। विभाग ने जनता की सुविधा के लिये ई-नर्सरी पोर्टल भी शुरू किया है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की झांकी में कृषि क्षेत्र में देश में उभरते मध्यप्रदेश को उपलब्धियों के साथ दिखाया गया। झांकी के माध्यम से ड्रोन से नेनो यूरिया के छिड़काव को सुशासन की व्यवस्था को प्रदर्शित किया गया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की झांकी में श्री विश्वकर्मा की प्रतिमा को कारीगरों एवं शिल्पकारों के प्रतीक के रूप में प्रदर्शित किया गया।

झाकियों के प्रदर्शन के सिलसिले में जेल विभाग की झांकी में आजादी के बाद जेलों में हो रहे सुधारात्मक स्वरूप को दर्शाया गया। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की झांकी में युनेस्को में शामिल स्थलों को दर्शाया गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की झांकी में जल जीवन मिशन के माध्यम से नागरिकों को पेयजल की उपलब्धता को दिखाया गया। वन विभाग की झांकी में संयुक्त वन प्रबंधन के माध्यम से ग्रामवासियों को रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने की कोशियों को दर्शाया गया। मछुआ कल्याण विभाग की झांकी जनता का विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। इस झांकी को मछली का विशाल स्वरूप प्रदान किया गया था। झांकी में प्रदेश की समृद्ध मत्स्य संपदा को दर्शाया गया। पशुपालन विभाग की झांकी में चलित पशु चिकित्सा इकाई के वाहन और उसके माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं को दर्शाया गया। झांकी के प्रदर्शन के सिलसिले में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी संघ मर्यादित द्वारा सहकारिता के माध्यम से सुशासन को दिखाया गया। अंतिम झांकी निर्वाचन की थी। इस झांकी में निर्वाचन के महत्व का प्रदर्शित किया गया था। झांकी की विषयवस्तु “वोट जैसा कुछ नही, वोट जरूरी डालेंगे हम” था।

गणतंत्र दिवस समारोह में स्कूल के बच्चों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियों में प्रथम, द्वितीय दूसरा और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भोपाल को तृतीय पुरस्कार के लिये चयनित किया गया।

भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन

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