बड़वानी (जनक्रांति न्यूज़) संदीप पाटिल : पानसेमल ज़रा गौर करें कि 25 दिसमबर से 1 जनवरी नववर्ष पूर्व अनेक युवक युवतिया आत्महत्या, वाहन दूर घटनाओं में अपंग हो जाते हैं कुछ मारें जातें हैं। कारण है शराब आदि नशीले पदार्थ का सेवन करना। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने ग्राम टाकली स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की छात्राओं के समक्ष निशुल्क योग शिविर में कहे। योग गुरु ने आगे बताया कि प्रतिदिन प्रातः काल तुलसी पूजन एवं जपमाला का अभ्यास करने से मस्तिष्क सकारात्मक सोचने लगता और तन तंदुरुस्त व मन प्रसन्न रहेगा तो निर्णय शक्ति का उदय होगा तो जनहानि नही होगी। तुलसी के पौधे के निकट बैठकर अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से शरीर पुष्ट बलवान होता है। प्रातः काल तुलसी के सात पत्ते का खाली पेट सेवन करने से क्रोध एवं उत्तेजना पर नियंत्रण होता है। हीमोग्लोबिन अत्यंत तेजी से बढ़ता है, कोलेस्ट्रॉल सामान्य रहता है। आंतों के रोगों के लिए रामबाण औषधि हैं। नशीले पदार्थ के बजाय किशमिश का सेवन करने से शक्ति और सम्मान मिलेगा। निशुल्क योग शिविर में टकं मुद्रा, अनुलोम विलोम प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, जलनेति आसन आदि का प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर छात्रावास अधीक्षिका श्रीमती मिरु खरडे एवं 100छात्राओ ने तुलसी पूजन,जप माला, योग क्रियाओं का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
फोटो छात्राये तुलसी पूजन करते हुए।