बड़वानी (जनक्रांति न्यूज़) संदीप पाटिल। पानसेमल’ इस आपाधापी में हमारा स्वास्थ्य उपेक्षित हो जाता है।कोई भी विलासिता मदद नहीं करती हम सभी धूप से बेहतर करने की उम्मीद में अपना जीवन व्यतीत कर देते हैं। और इस आपाधापी में हमारा स्वास्थ्य उपेक्षित हो जाता है। हमारे शरीर के उपेक्षा करना मतलब हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को नुकसान पहुंचाना। जीवन की कोई विलासिता हमारी मदद नहीं करती हैं। जब हमारा शरीर पीड़ीत होता है। वास्तव , में जब शरीर सहयोग करना बंद कर देता है, सब कुछ अपने आप रुक जाता है। यह एकमात्र शरीर ही है जो हमें इस जीवन यात्रा के वाहन के रूप में मिला है। बेहतर होगा कि इसे हल्के में ना लें हमारा शरीर अनमोल है। इस यात्रा में के लिए हमारा वाहन है उसके साथ सावधानी से व्यवहार करें। रुपया तो हम ढेरों कमाएंगे, लेकिन योग के बिना हम जी नहीं पाएंगे । उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने शासकीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आमदा विकास खण्ड पानसेमल की छात्राओं के समक्ष निशुल्क योग शिविर में कहे। योग गुरु ने जलनेति, भस्त्रिका प्राणायाम, भामरी प्राणायाम, वज्रासन, तकिया आसन, आदि योग के विभिन्न गुर निशुल्क सिखाएं। इस अवसर पर होस्टल अधीक्षिका रितु चाकरे, शिक्षक गण 🙏 पाडवी, कविता पाटिल, सखाराम सेमिया, रोहित उपाध्याय, आदि उपस्थित थे।
फोटो छात्राये प्रिया पण्डित, योगिता पिनटया आसन करते हुए।