Kanker, Bastar region, Chhattisgarh state, April 17, Jankranti news, : —छत्तीसगढ़ में एक और बड़ी मुठभेड़ हुई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले में कल शाम सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई भीषण गोलीबारी में लगभग 29 माओवादी मारे गए। लेकिन अनौपचारिक सूत्रों ने बताया कि 40 माओवादी मारे गये. पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि वे पहले ही 29 शव बरामद कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह संख्या और बढ़ सकती है. पुलिस का कहना है कि यह राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी मुठभेड़ है l
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों में तेलंगाना के ‘भूपालपल्ली जयशंकर’ जिले के माओवादी नेता शंकर राव भी शामिल हैं। माओवादी शंकर राव पर 25 लाख रुपये का इनाम है. पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में एके-47, एसएलआर, इंसास राइफल, कार्बाइन, 303 राइफल और अन्य हथियार बरामद किये हैं. मुठभेड़ में एक बीएसएफ इंस्पेक्टर समेत दो बीएसएफ जवान भी घायल हो गए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने कहा कि इन तीनों व्यक्तियों की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस मुठभेड़ को नक्सलवाद के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक बताया l
“” पुख्ता जानकारी के साथ पुलिस ने चलाया सर्च ऑपरेशन, “”
कल शाम हुई इस मुठभेड़ का खुलासा बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज ने किया. पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली कि माओवादी कांकेर जिले में एक विशाल महाधिवेशन की तैयारी कर रहे हैं. पुलिस को सूचना मिली कि सीपीआई (माओवादी) के बस्तर संभाग के नेता शंकर राव, ललिता, राजू और अन्य लोग इस अधिवेशन में शामिल होने वाले हैं। इसके साथ ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), राज्य पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से छोटेबेठिया पुलिस स्टेशन के तहत वन क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान चलाया है। इसी क्रम में बीनागुंडा-कोरागुट्टा वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में हथियारबंद माओवादियों ने जवानों पर हमला कर दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. तुरंत सतर्क सुरक्षा बलों ने आत्मरक्षा में जवाबी गोलीबारी की और माओवादियों को मार गिराया। बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज ने मीडिया को बताया कि नक्सलियों के शवों के साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य सामग्रियां जब्त की गई हैं l
“” पुलिस ने ऊपरी क्षेत्र से गोलीबारी की, “”
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ मंगलवार दोपहर 2 बजे शुरू हुई. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चूंकि सुरक्षा बलों ने ऊंची जमीन से गोलीबारी की, इसलिए निचली जमीन पर मौजूद माओवादियों को भागने का कोई मौका नहीं मिला या कई माओवादी मारे गए। मालूम हो कि पुलिस और माओवादियों के बीच करीब 4 घंटे तक गोलीबारी हुई. गोलीबारी के बाद माओवादियों के भाग जाने के बाद सुरक्षा बलों ने घटनास्थल को घेर लिया और तलाशी अभियान चलाया l
“” एजेंसी क्षेत्रों में रेड अलर्ट, “”
मालूम हो कि मुठभेड़ में मारे गये माओवादियों में डिविजन कमेटी के चार सदस्य भी शामिल थे. इनमें से एक हैं तेलंगाना के भूपालपल्ली जयशंकर जिले के चित्याला मंडल के चल्लागारिगे गांव के शंकर राव उर्फ मुरली उर्फ श्रीपल्ली सुधाकर और दूसरी बीजापुर जिले के भामरगढ़ इलाके की ललिता हैं। हालांकि, शीर्ष अधिकारियों को इस खबर पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि मुठभेड़ में कई शीर्ष माओवादी नेता मारे गए हैं. ताजा घटना के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों को अलर्ट कर दिया है और ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है l
—- M Venkata T Reddy, News Editor, MP Janakranti News,