अमेरिका और वेस्ट इंडीज में लोकप्रिय लाल केले का स्वाद अब सागर सहित पूरे प्रदेश को मिल रहा है. सागर में मल्टी लेयर फार्मिंग के लिए मशहूर किसान आकाश चौरासिया ने अपने फार्म हाउस पर लाल केले की खेती शुरू कर दी है. उन्होंने लाल केले की इस प्रजाति का कंद चार साल पहले बेलगाम कर्नाटक से लाया था.
Table of Contents
यह भी पढ़े :- Redmi का 108MP कैमरे वाला स्मार्टफोन चला रहा दिलो पर छुरिया, 3600 रूपये सस्ती कीमत के साथ ले जाये अच्छे फीचर्स
अब तक तीन बार फल आ चुके हैं. इसके अच्छे स्वाद के कारण लोग इसे मंगवा रहे हैं. ऑर्डर पर दिल्ली तक केले भेजे जा रहे हैं. लाल केले के अलावा जीरा केला, इलायची केला, मालभोग, जहाजी, काबुली, मालदा, राजभोग और सिंदूरी केले के पौधे भी तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें मानसून की बारिश शुरू होते ही खेतों में लगाया जाएगा.
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 2-4 दिनों में मानसून पूरे मध्य प्रदेश समेत बुंदेलखंड में प्रवेश करेगा. बारिश होते ही खेतों में काम शुरू हो जाएगा. इस बार अगर किसान लाल केले की खेती करते हैं तो यह मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. लाल केले की खेती किसानो की कमाई में लगाएगी चार चाँद, ऐसे करे खेती और कमाए लाखो रूपये
इसकी कीमत सामान्य केले से ढाई गुना ज्यादा है. एक एकड़ में खेती करने से किसान आसानी से 2 लाख रुपये तक की कमाई कर सकता है. मल्टी लेयर फार्मिंग के जनक आकाश चौरासिया ने अपने खेत में विलुप्त हो चुके 14 तरह के केलों की खेती शुरू की है, जिसमें उन्हें सफलता मिल रही है.
लाल केले की खेती कैसे करें?
किसान आकाश चौरसिया के मुताबिक, अगर कोई किसान लाल केले की खेती करना चाहता है, तो सबसे पहले खेत में 2 टन प्रति एकड़ की दर से जैविक डीएपी (वर्मी फास) डालना होगा. इसके बाद खेत में 500 किलो पोटाशियम (साल्ट + वेस्ट) खाद डालना होगा. फिर खेत के अंदर क्यारी बनाकर उसमें केले के पौधे लगाए जा सकते हैं, जिनमें करीब 5/6 फीट का फासला होना चाहिए.
केले लगाते समय इसके पौधे का उपचार चूने के पानी से भी करें. इसके लिए 20 लीटर पानी में 1 किलो पाउडर मिला लें, फिर पौधा लगाते समय उसके निचले हिस्से को इस पानी में डुबोकर खेत के अंदर लगा दें. 1 एकड़ में लगभग 1700 केले के पौधे लगाए जाते हैं, जिनसे 50 टन केला का उत्पादन होता है. यह सामान्य केले से थोड़ा कम होता है, लेकिन इसकी कीमत ढाई गुना ज्यादा मिलती है.
लाल केले की खासियत
लाल केले के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है. केले की फसल वहां नहीं लगानी चाहिए जहां ज्यादा जलभराव होता है. जहां बहुत ठंडी जलवायु होती है वहां भी केले की खेती नहीं करनी चाहिए. क्योंकि, यह केवल 7-8 डिग्री न्यूनतम तापमान ही सहन कर सकता है. अधिक जानकारी के लिए युवा किसान आकाश चौरासिया से मोबाइल नंबर 9179066275 पर संपर्क कर सकते हैं.
लाल केला सभी पोषण से भरपूर होता है. इसमें बीटा कैरोटीन तत्व भी पाया जाता है, जो आंखों की कोशिकाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसकी ग्लाइसेमिक प्रक्रिया कम होती है, जो शुगर के रोगियों के लिए अच्छी है. इसमें पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में होता है, जो रक्तचाप को कम करता है. विटामिन बी6, मैग्नीशियम और विटामिन सी की मात्रा भी लाल केले को आम केले से खास बनाती है.