कई सरकारी योजनाएं किसानों के हित में चलाई जा रही हैं, जिनका फायदा उठाकर किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं. उन्हीं में से एक है केंद्र सरकार की सफल पशुपालन योजना. आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से…
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बुंदेलखंड में बढ़ता बकरी पालन का चलन
बुंदेलखंड क्षेत्र में हाल के वर्षों में बकरी पालन का चलन काफी बढ़ा है. ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर अब शहरों के कई हिस्सों में भी किसान बकरी पालन कर रहे हैं. इसी बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार भी अब बकरी पालन के लिए एक करोड़ रुपये तक का लोन दे रही है. दमोह के हटा ब्लॉक के कुछ किसानों ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना का लाभ उठाकर लगभग 1 करोड़ रुपये का लोन लिया है.
सब्सिडी देकर गरीबों को स्वरोजगार का अवसर
सरकार ने किसानों को 50% तक सब्सिडी भी दे रही है, ताकि गरीब लोग भी अपना रोजगार शुरू कर सकें. दरअसल, बकरियों का दूध और मांस दोनों ही इस्तेमाल में लाया जाता है. शहरी क्षेत्रों में बकरे के मांस की मांग काफी है. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए 1 करोड़ रुपये के लोन पर 50 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रही है.
किन किसानों को मिला योजना का लाभ?
दमोह पशु एवं डेयरी विभाग में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी डॉ संजय पाण्डेय बताते हैं कि केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही हैं, जिनका फायदा किसान उठा रहे हैं. उन्हीं में से एक सफल पशुधन योजना है. इस योजना के तहत हटा ब्लॉक के 2 किसानों के प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं, जिनके पास पर्याप्त जगह, संसाधन और पानी की व्यवस्था है. गौरतलब है कि इस योजना का लाभ केवल ऋण मुक्त किसान ही उठा सकते हैं.
कैसे उठाएं योजना का लाभ?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत किसानों को बकरी पालन के लिए सरकार से 1 करोड़ रुपये के लोन के लिए व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से आवेदन करना होगा. आवेदन करने के लिए किसान किसी भी कैफे से केंद्र सरकार की वेबसाइट nlm.udyamimitra.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के तहत एक किसान कम से कम 100 बकरियों की यूनिट शुरू कर सकता है, जिसके लिए उसके पास पर्याप्त जमीन और जरूरी संसाधन होने चाहिए.
आवेदन करते समय जमीन के कागजात सहित अन्य दस्तावेज भी दिखाने होंगे. वहीं, इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को स्वयं सहायता समूह या कृषक उत्पादक संगठन बनाना होगा. बकरी पालन पर सरकारी और निजी बैंकों द्वारा भी लोन दिए जा रहे हैं, ताकि कम लागत में बकरी पालन का व्यवसाय शुरू किया जा सके.
किसानों को हुआ सीधा फायदा
बकरी पालन से किसान अपनी आमदनी को दोगुना कर सकते हैं. पटनदुर्ग गांव के रहने वाले परमलाल बंसल के पास लगभग 12 बकरियां हैं, जो साल में दो बार बच्चे देती हैं. इससे बकरियों की संख्या तो बढ़ ही रही है, साथ ही उनकी जेब में भी पैसा आ रहा है. उनका कहना है कि उन्हें बकरी पालन से 30 से 40 हजार रुपये तक का मुनाफा होता है.
50% सब्सिडी मिलेगी
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान किसी भी साइबर कैफे से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसमें किसान को लोन फ्री सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, समग्र आईडी, बैंक खाता, लेजर खाता आदि जैसे दस्तावेज की आवश्यकता होगी.