अगर आप भी खेती से मोटी कमाई करना चाहते हैं तो पपीते की खेती कर सकते हैं। फलों में पपीते का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह फल कच्चा और पकाकर दोनों तरीके से उपयोग में लाया जाता है। भारत में अधिकांश हिस्सों में इसकी खेती की जाती है। इसकी सबसे खास बात होती है, इसकी खेती साल भर कर सकते हैं। पपीते की खेती काफी सरलता से की जा सकती है, तथा इसके पौधे भी एक वर्ष में पैदावार देने के लिए तैयार हो जाते है। आइये जानते हैं इसकी खेती करने की पूरी जानकारी।
Table of Contents
पपीते की खेती के लिए मिट्टी
पपीते की खेती किसी भी उपजाऊ मिट्टी में की जा सकती है। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी को सबसे उपयुक्त माना जाता है। पौधे लगाने से पहले खेत की अच्छी तरह तैयारी करके खेत को समतल कर लेना चाहिए ताकि पानी न भर सकें। बीज अच्छी किस्म के अच्छे व स्वस्थ फलों से लेने चाहिए। या फिर आप इसके अच्छे पौधे नर्सरी से भी मंगा सकते है.
पपीता के पौधों की जानकारी
पपीते के पौधों की रोपाई पौध के रूप में की जाती है, तैयार पौधों को पॉलीथिन से निकाल कर उनकी गड्डो में रोपाई कर दी जाती है। पौधे लगाते समय इस बात का ध्यान रखते हैं कि गड्ढे को ढक देना चाहिए जिससे पानी तने से न लगे। और प्रति पौधे के बिच निश्चित अंतराल रहे, जिससे की इसकी देखभाल आसानी से की जा सके. सिचाई के बारे में बताये तो गर्मियों में 5-7 दिन के अंतराल पर और सर्दियों में 10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें। सिंचाई की आधुनिक विधि ड्रिप तकनीक अपना सकते हैं। इसके अलावा समय-समय पर इसके पौधों के आसपास उगने वाली खरपतवार को भी हटाते रहे। और किट आदि का ध्यान रखे.
यह भी पढ़े- आम बैगन की जगह करे सफ़ेद की खेती होंगी अच्छी कमाई, दुगनी कीमत में बिकता है सफ़ेद बैगन, जानिए
पपीते की फसल से कमाई
पपीते के पौधे रोपाई के 10 महीने पश्चात तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते है। फलों का रंग गहरा हरे रंग से बदलकर हल्का पीला होने लगता है. इससे कमाई की बात करे तो एक हेक्टेयर पपीते की फसल से 350 से 400 क्विंटल पपीता पैदा कर सकते हैं. बाजार में इसकी कीमत 20 से 40 रुपये तक पहुंचती है. इस हिसाब से किसान एक बीघे में पपीते की खेती से आराम से लाखो रुपये तक कमा सकते हैं. इसकी खेती आपको लखपति बना सकती है.