भोपाल में रसूखदारों के खिलाफ कानून फिर बेबस, हादसे के बाद पिता-पुत्र थाने में पहुंचे 50 समर्थकों संग, लापरवाही से गाड़ी चलाने की ही धारा में मामला दर्ज
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दर्दनाक और झकझोर देने वाला हादसा सामने आया है। शनिवार को अयोध्या बायपास स्थित नरेला जोड़ पर एक 16 वर्षीय नाबालिग ने तेज रफ्तार SUV से स्कूटी सवार महिला बैंक प्रबंधक अमृता ओंकार (40) को टक्कर मारी और उन्हें बेरहमी से कुचल दिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वाहन बिल्डर जयप्रकाश साहू के नाम पर रजिस्टर्ड है और उसका नाबालिग बेटा ही ड्राइव कर रहा था। हादसे के बाद पुलिस ने नाबालिग और उसके पिता के खिलाफ मामला तो दर्ज किया, लेकिन सिर्फ लापरवाही से वाहन चलाने की धारा में।
घटना के बाद नाबालिग मौके से भाग गया, जबकि कुछ लोगों ने SUV का पीछा कर एक किलोमीटर दूर उसे पकड़ लिया। आरोपी मौके से वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया है और बाद में बिल्डर पिता और उसका बेटा 50 समर्थकों के साथ थाने पहुंचे, जहां उन्हें केवल नोटिस देकर रवाना कर दिया गया।
ब्रेक नहीं मारे, महिला को कुचलते हुए भागा
जानकारी के मुताबिक, अमृता ओंकार शक्ति नगर स्थित HDFC बैंक की शाखा में मैनेजर थीं। शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे वे स्कूटी से बैंक के लिए निकली थीं। नरेला जोड़ के पास इंद्रपुरी की ओर मुड़ते समय सामने से आई SUV ने उन्हें टक्कर मारी। टक्कर के बाद आरोपी ने ब्रेक लगाने के बजाय स्पीड और बढ़ा दी और अमृता को कुचलता हुआ निकल गया।
कार ड्राइवर नाबालिग निकला, ड्राइवर आया लेने
हादसे के बाद राहगीरों ने घायल महिला को निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। कुछ लोगों ने गाड़ी का पीछा कर रोक लिया, लेकिन नाबालिग आरोपी वाहन छोड़कर भाग गया। बाद में बिल्डर का ड्राइवर कार लेने पहुंचा, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। SUV बिल्डर जयप्रकाश साहू के नाम पर रजिस्टर्ड है।
कमजोर धाराएं, रसूख का असर साफ नजर आया
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। हाई-प्रोफाइल आरोपी को बचाने की कोशिशें की जा रही हैं। आरोप है कि नेताओं और मंत्रियों के फोन थाने पहुंचने लगे थे और रसूख के चलते आरोपी को गैर इरादतन हत्या की जगह सिर्फ “लापरवाही से वाहन चलाने” की धारा में मामला दर्ज कर छोड़ा गया। जबकि महिला की मौके पर मौत हुई और आरोपी फरार हुआ।
मृतका के पति भी हादसे के शिकार, बेटी अनाथ
अमृता ओंकार के भाई आशीष कोठारे ने बताया कि अमृता की 5 साल की बेटी है। उनके पति अमित ओंकार एक्सिस बैंक में कार्यरत थे, लेकिन दो साल पहले एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गए थे। भारी वाहन उनके पैरों से गुजर गया था, जिससे उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी और अब वे बेड रेस्ट पर हैं। अब इस दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है।