Monad University Fake Degree Scam: एसटीएफ लखनऊ की छापेमारी में भारी मात्रा में फर्जी मार्कशीट बरामद हुई हैं। विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह समेत 10 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। इस फर्जीवाड़े के तार उत्तर प्रदेश से लेकर गुजरात तक फैले हुए हैं।
भारत में शिक्षा के नाम पर हो रहे घोटालों की लिस्ट में अब मोनाड विश्वविद्यालय का नाम भी बड़े स्तर पर सामने आया है। लखनऊ एसटीएफ की टीम द्वारा हापुड़ स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी में की गई छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट और दस्तावेज बरामद किए गए। इस मामले में यूनिवर्सिटी चेयरमैन विजेंद्र सिंह सहित कुल 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
कई राज्यों से जुड़े हैं फर्जीवाड़े के तार
मोनाड विश्वविद्यालय का नाम इससे पहले भी फर्जी डिग्री और मार्कशीट के मामलों में सामने आता रहा है। वर्ष 2021 में सीतापुर पुलिस द्वारा दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट बरामद की गई थी। वहीं नवंबर 2024 में पुलिस ने तीन लोगों के बैग से 140 फर्जी दस्तावेज बरामद किए थे, जिनमें 8 मोनाड यूनिवर्सिटी की मार्कशीट थीं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले के तार कई राज्यों तक फैले हुए हैं। गुजरात की टीम भी हाल ही में जांच के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची थी और कई दिन तक वहां रहकर जांच की।
छात्रों में मचा हड़कंप, भविष्य को लेकर चिंता
यूनिवर्सिटी में फिलहाल करीब 6000 से अधिक छात्र फार्मेसी, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कानून, कृषि सहित विभिन्न यूजी, पीजी व पीएचडी प्रोग्राम में पढ़ाई कर रहे हैं। विश्वविद्यालय यूजीसी से मान्यता प्राप्त है, लेकिन ऐसे फर्जीवाड़ों की वजह से वहां पढ़ रहे या डिग्री प्राप्त कर चुके छात्र-छात्राओं में डर और असमंजस का माहौल है।
छात्रवृत्ति घोटाले में पहले भी आया था नाम
साल 2014 में मोनाड यूनिवर्सिटी का नाम बड़े छात्रवृत्ति घोटाले में सामने आया था। उत्तराखंड एसटीएफ ने हल्द्वानी में इसकी पहली FIR दर्ज की थी। लगभग 21 लाख रुपये का गबन 28 फर्जी छात्रों के नाम पर किया गया था। इस मामले में विश्वविद्यालय अधिकारियों, बैंककर्मियों और दलालों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था, जिनमें से कई को जेल भी हुई थी।
कौन है विजेंद्र सिंह? बाइक बोट घोटाले का आरोपी
मोनाड यूनिवर्सिटी को पहले छात्रवृत्ति घोटाले के बाद बाइक बोट घोटाले के आरोपी विजेंद्र सिंह ने खरीदा था। मौजूदा समय में वह इसी मामले में जेल में बंद है।