क्या विजय शाह गिरफ्तार होंगे? सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ीं

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क्या विजय शाह गिरफ्तार होंगे, कोर्ट के फैसले के बाद क्या बीजेपी की इज़्जत बचेगी? एमपी के मंत्री विजय शाह पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को स्थिति साफ कर देगा कि वो गिरफ्तार होंगे या नहीं। अगर गिरफ्तार हुए तो बीजेपी क्या जवाब देगी? बीजेपी का अभी तक शाह पर कार्रवाई न करना कई सवाल खड़े करता है। वह तीसरे मंत्री हो सकते हैं जिनकी गिरफ्तारी होगी।

कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ बेहद अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपों में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर उन्हें फटकार भी मिल चुकी है। हाईकोर्ट ने राज्य पुलिस को जांच अपनी निगरानी में करने का निर्देश दिया है।

विजय शाह के खिलाफ दर्ज धाराएं:

  1. धारा 152 – भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालना।
    सजा: उम्रकैद या 7 साल की जेल + जुर्माना। (गैर-जमानती)
  2. धारा 196(1)(बी) – सार्वजनिक शांति को बाधित करने और हिंसा को भड़काने वाले कार्य।
    सजा: 3 साल की जेल + जुर्माना। (गैर-जमानती)
  3. धारा 197(1)(सी) – विशेष वर्गों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश।
    सजा: 3 साल की जेल + जुर्माना। (गैर-जमानती)

यह धाराएं साफ करती हैं कि विजय शाह की गिरफ्तारी की जमीन तैयार हो चुकी है।

टिप्पणियों पर भारी विवाद:

विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताने जैसी टिप्पणियां सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में भारी आलोचना का कारण बनीं। भाजपा को भी देशभर में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इस विवाद को लेकर कांग्रेस और सामाजिक कार्यकर्ता लगातार सक्रिय हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:

मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने श्यामला हिल्स थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। हालांकि, मुख्य धाराएं बाद में इंदौर के मानपुर थाना में दर्ज एफआईआर में शामिल की गईं। कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक है और इस्तीफे की मांग कर रही है।

बीजेपी की रणनीति और चुप्पी:

अब तक भाजपा ने विजय शाह से इस्तीफा नहीं मांगा है और न ही कोई कार्रवाई की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के तीखे रुख को देखते हुए संभावना बन रही है कि पार्टी खुद उन्हें हटाने का कदम उठा सकती है।

शिवराज सरकार में दो मंत्री पहले हो चुके हैं गिरफ्तार:

  1. लक्ष्मीकांत शर्मा – व्यापमं घोटाले में आरोपी थे, लंबे समय तक जेल में रहे।
  2. राघवजी भाई – अप्राकृतिक कृत्य के आरोप में गिरफ्तारी हुई थी, बाद में अदालत से बरी हुए।

उमा भारती ने दिया बयान:

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने इस प्रकरण को शर्मनाक बताते हुए विजय शाह से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने साफ कहा कि अगर इस्तीफा न दें, तो उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए।

अब निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर:

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई से तय होगा कि विजय शाह को राहत मिलेगी या गिरफ्तारी सुनिश्चित हो जाएगी। बीजेपी के लिए यह एक अग्निपरीक्षा जैसी स्थिति बन गई है – यदि गिरफ्तारी होती है तो जवाब देना मुश्किल होगा, और अगर कार्रवाई नहीं होती तो विपक्ष को और बड़ा मुद्दा मिलेगा।

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