नागपुर में ₹1000 करोड़ के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने कबाड़ी कारोबारी बंटी साहू के ऑफिस से 87 फर्जी कंपनियों के दस्तावेज जब्त किए। इस घोटाले के तार अब इंदौर और भोपाल तक जुड़ते दिख रहे हैं, जहां इसी तरह के नेटवर्क सक्रिय बताए जा रहे हैं। पुलिस ने कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और जांच को तेज कर दिया गया है।
नागपुर से इंदौर तक फैला नेटवर्क
नागपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ा खुलासा किया है। जांच में अब तक 87 फर्जी कंपनियों का पता चला है, जिनके जरिए करीब ₹1000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला ट्रांजैक्शन किए गए।
अब पुलिस जांच में यह भी सामने आ रहा है कि इस रैकेट का नेटवर्क इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी फैला हुआ है।
- इंदौर में कई फर्जी कंपनियाँ और अकाउंट्स पकड़े गए हैं जो नागपुर से लिंक्ड हैं।
- सूत्रों के अनुसार, इंदौर में यह रैकेट रियल एस्टेट और ट्रेडिंग कंपनियों के जरिए चलाया जा रहा था।
- भोपाल में कुछ ऑनलाइन गेमिंग और फर्जी शेयर ट्रेडिंग कंपनियों पर भी शक जताया जा रहा है।
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बंटी साहू और नेटवर्क का खुलासा
- कबाड़ी कारोबारी बंटी साहू “साफी फूड्स” नाम से फर्जी फर्म चला रहा था।
- उसके साथ भाई जयेश साहू, वृजकिशोर मन्यार, ऋषि लखानी और आनंद हरडे पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
- पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और कॉमर्स ग्रेजुएट्स भी शामिल थे।
बैंक खाते और फर्जी कंपनियाँ
- पुलिस ने बंटी साहू और परिवार के 8 बैंक अकाउंट्स सीज़ कर दिए।
- फॉरेंसिक ऑडिट जारी है।
- अब तक सामने आई कंपनियों में “क्राइम ट्रेडर्स”, “त्रिशा ट्रेडर्स” और “आशीष ट्रेडर्स” के नाम शामिल हैं, जिन्होंने अकेले ₹160 करोड़ के फर्जी बिल बनाए।
हवाला, ऑनलाइन गेमिंग और इंदौर कनेक्शन
जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि यह रैकेट सिर्फ GST फर्जीवाड़ा ही नहीं बल्कि हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग, ऑनलाइन गेमिंग और रियल एस्टेट डीलिंग से भी जुड़ा हुआ है।
इंदौर में पुलिस को कुछ CA फर्म और ट्रेडिंग कंपनियों के हवाला ट्रांजैक्शंस के सबूत मिले हैं।
बिज़नेस जगत में मचा हड़कंप
जिन व्यापारियों ने इस रैकेट के जरिए काले धन को सफेद किया, उनके बीच खलबली मच गई है। पुलिस का दावा है कि यह जांच आगे चलकर इंटरनेशनल मनी ट्रेल तक पहुंच सकती है।
Q1: नागपुर का ₹1000 करोड़ का घोटाला इंदौर से कैसे जुड़ा है?
👉 नागपुर की फर्जी कंपनियों के ट्रांजैक्शन इंदौर और भोपाल में पकड़े गए कुछ अकाउंट्स से लिंक पाए गए।
Q2: इंदौर में किस तरह की कंपनियाँ पकड़ी गईं?
👉 इंदौर में फर्जी रियल एस्टेट, ट्रेडिंग और CA फर्म्स के जरिए हवाला नेटवर्क चल रहा था।
Q3: कितनी कंपनियाँ शामिल थीं?
👉 नागपुर पुलिस ने अब तक 87 फर्जी कंपनियों की पहचान की है, जिनमें से कई का कनेक्शन इंदौर से जुड़ता है।
Q4: क्या यह मामला सिर्फ GST तक सीमित है?
👉 नहीं, इसके तार ऑनलाइन गेमिंग, हवाला और इंटरनेशनल मनी लॉन्ड्रिंग तक जुड़े हैं।

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