सागर जिले की देवरी तहसील में ड्रग इंस्पेक्टर सोनम जैन द्वारा किए गए मेडिकल स्टोर्स के निरीक्षण पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यह निरीक्षण कलेक्टर के आदेश पर हुआ था, लेकिन स्थानीय लोगों और जानकारों का मानना है कि यह पूरी कवायद सिर्फ एक औपचारिकता बनकर रह गई। आरोप हैं कि कई मेडिकल स्टोर्स जो शासन की गाइडलाइन्स के खिलाफ चल रहे हैं, उन्हें इस निरीक्षण के दौरान नजरअंदाज किया गया।
देवरी, सागर (मध्यप्रदेश), 24 सितंबर 2025 (सोनू प्रजापति)। मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है। हाल ही में देवरी नगर में ड्रग इंस्पेक्टर सोनम जैन द्वारा किए गए मेडिकल स्टोर्स के निरीक्षण को लेकर पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लग गया है। यह जांच जिले के कलेक्टर के विशेष आदेश पर हुई थी, जिसका मकसद दवा दुकानों में नियमों का पालन सुनिश्चित करना था, लेकिन इस कार्रवाई ने उम्मीद से ज़्यादा सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, देवरी नगर के कई मेडिकल स्टोर्स पर लंबे समय से नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगते रहे हैं। इनमें बिना डॉक्टर की पर्ची के एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाएँ बेचना, फार्मासिस्ट की गैर-मौजूदगी में दुकान चलाना, और अनाधिकृत दवाओं का स्टॉक रखना शामिल है। लोगों को उम्मीद थी कि इस बार ठोस कार्रवाई होगी, लेकिन निरीक्षण के बाद कोई बड़ा एक्शन देखने को नहीं मिला।
आरोप है कि ड्रग इंस्पेक्टर ने निरीक्षण के दौरान इन अनियमितताओं को जानबूझकर नज़रअंदाज़ किया। सवाल उठ रहा है कि क्या देवरी में सभी मेडिकल स्टोर्स पूरी तरह से नियमों का पालन कर रहे थे, या यह निरीक्षण सिर्फ़ एक दिखावा था? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी औपचारिकता से जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर अनियमितताओं को इसी तरह नजरअंदाज किया जाता रहा तो भविष्य में स्थिति और बिगड़ सकती है।
जल्द ही उन मेडिकल स्टोर्स के नाम सामने आने की संभावना है जो शासन के नियमों के खिलाफ चल रहे हैं। इस खुलासे के बाद ही इस पूरे मामले की असली तस्वीर सामने आ पाएगी।
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