Bundeli Creator Award बुंदेलखंड की सदियों पुरानी संस्कृति, कला और प्रतिभा को एक भव्य मंच देने का इंतज़ाम हो चुका है। डॉ. हरीश रहगड़ और समाजसेवी मिश्रीचंद गुप्ता (मिश्री भैया) की सामूहिक पहल पर, आगामी 12 अक्टूबर 2025 को सागर के रविन्द्र भवन में “बुंदेली क्रिएटर अवार्ड एवं बुंदेलखंड प्रतिभा सम्मान समारोह” का आयोजन होने जा रहा है। यह महा महोत्सव न केवल बुंदेलखंड के कलाकारों को सम्मानित करेगा, बल्कि क्षेत्र की आत्मा और गौरव का प्रतीक भी बनेगा।
Quick Highlights
- भव्य आयोजन: 12 अक्टूबर 2025 (रविवार) को सागर के रविन्द्र भवन में ‘बुंदेली क्रिएटर अवार्ड’ समारोह।
- मुख्य आयोजक: डॉ. हरीश रहगड़ और समाजसेवी मिश्री भैया (मिश्रीचंद गुप्ता)।
- लक्ष्य: बुंदेलखंड के क्रिएटर्स (YouTube, Facebook, Instagram) और कलाकारों को सम्मानित करना।
- सांस्कृतिक पहचान: बुंदेली गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से क्षेत्र की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाना।
सागर (मध्य प्रदेश), 26 सितंबर 2025। बुंदेलखंड की कला और प्रतिभा को वैश्विक पहचान दिलाने के मकसद से शुरू हुई एक अनूठी पहल अब अपनी अंतिम तैयारियों में है। छह माह पहले डॉ. हरीश रहगड़ ने क्षेत्र के कलाकारों को एक बड़ा मंच देने का सपना देखा था, जो आज समाजसेवी मिश्री भैया (मिश्रीचंद गुप्ता) और पूरे बुंदेलखंड के सहयोग से साकार हो रहा है।
बुंदेलखंड प्रतिभा सम्मान समारोह के रूप में होने जा रहा यह आयोजन इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसकी शुरुआत में आयोजकों के सामने संसाधनों की कमी और कई चुनौतियाँ थीं। इस कठिन यात्रा में सबसे पहले मिश्री भैया ने डॉ. रहगड़ का साथ दिया। मिश्री भैया, जो स्वयं लंबे समय से सांस्कृतिक आयोजनों के लिए समर्पित रहे हैं, उन्होंने इस विचार को “बुंदेलखंड की आत्मा को जगाने का अभियान” बताया। उनका सहयोग और प्रेरणा इस पहल के लिए एक बड़ी राहत बनकर सामने आई।
अवार्ड समारोह की मुख्य आकर्षण
12 अक्टूबर को होने वाले इस बुंदेली महा महोत्सव में बुंदेलखंड के विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाएं भाग लेंगी।
- डिजिटल क्रिएटर्स का सम्मान: YouTube, Facebook, Instagram जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बुंदेली संस्कृति को बढ़ावा देने वाले क्रिएटर्स को अवार्ड दिया जाएगा।
- नकद पुरस्कार: उभरते और नए कलाकारों को विशेष कैश प्राइज देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।
- प्रतिभा सम्मान: समाज सेवा, कला और सांस्कृतिक संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को विशेष ‘प्रतिभा सम्मान’ से नवाज़ा जाएगा।
- सांस्कृतिक झलकियाँ: पूरे सभागार में बुंदेली गीत-संगीत और पारंपरिक नृत्य की रंगारंग झलकियाँ देखने को मिलेंगी, जो बुंदेलखंड की समृद्धि को दर्शाएंगी।
डॉ. हरीश रहगड़ ने इस मौक़े पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “छह महीने पहले यह सिर्फ एक सपना था। आज मिश्री भैया और पूरे बुंदेलखंड के सहयोग से यह हकीकत बनने जा रहा है। हमारी कोशिश है कि बुंदेलखंड की असली पहचान – उसकी संस्कृति और भाषा – आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित पहुँचे।”

यह आयोजन न केवल क्षेत्र की प्रतिभाओं को पहचान देगा, बल्कि बुंदेलखंड की एकता और गौरव को और अधिक मज़बूत करेगा।
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