बीजाडांडी (मंडला)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में खंड बीजाडांडी में विजयादशमी उत्सव को बड़े ही उत्साह और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ मनाया। इस अवसर पर विशाल पथ संचलन, शस्त्र पूजन और बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवक, मातृशक्ति और ग्रामीण शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा और पूरा वातावरण “भारत माता की जय” के नारों से गुंजायमान हो उठा।
Quick Highlights
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने शताब्दी वर्ष के अवसर पर मंडला के बीजाडांडी में विजयादशमी उत्सव मनाया।
- सैकड़ों स्वयंसेवकों ने गणवेश में सुसज्जित होकर नगर में भव्य पथ संचलन किया।
- मुख्य वक्ता श्री जुगराजधर द्वेदी ने संघ के 100 वर्षों के गौरवशाली इतिहास और राष्ट्र निर्माण में संगठन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
- नगरवासियों और व्यापारियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया और घरों से तिरंगा लहराकर सहभागिता दर्ज कराई।
- कार्यक्रम के अंत में शस्त्र पूजन किया गया, जिसके बाद राष्ट्रगीत का गायन हुआ।
मंडला के बीजाडांडी में विजयादशमी का दिन आज ऐतिहासिक बन गया। मैंने देखा, सुबह से ही संघ के कार्यकर्ता और स्वयंसेवक पारंपरिक गणवेश में तैयारी कर रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता, डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और श्री गुरुजी गोलवलकर के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। संघगीत के साथ जैसे ही औपचारिक शुभारंभ हुआ, पूरा परिसर एक अलग ऊर्जा से भर गया।
पथ संचलन: सड़कों पर दिखा अनुशासन
स्वयंसेवकों ने पूरे अनुशासन के साथ नगर में पथ संचलन किया। उनका कदमताल इतना सधा हुआ था कि देखने वाले तारीफ कर रहे थे। मुझे याद है, संचलन जब गाँव की गलियों से गुज़रा, तो नगरवासियों, व्यापारियों और ग्रामीणों ने घरों की छतों और सड़कों से पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। कई लोगों ने घरों से तिरंगा लहराकर और जयघोष करते हुए संघ के इस अनुशासित आयोजन में अपनी सहभागिता दर्ज कराई। यह दृश्य सचमुच राष्ट्र समर्पण का भाव जगाता है।
मुख्य वक्ता का ओजस्वी संदेश
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित श्री जुगराजधर द्वेदी, मध्य क्षेत्र प्रचार प्रमुख, ने अपने ओजस्वी बौद्धिक में संघ के 100 वर्षों के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का जीवंत संकल्प है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि संघ के स्वयंसेवक सेवा, संस्कार और समर्पण की भावना लेकर समाज के हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उनका पूरा ज़ोर राष्ट्रीय एकता, स्वावलंबन और सामाजिक समरसता पर था।
शस्त्र पूजन और शताब्दी वर्ष का संकल्प
पथ संचलन के बाद शस्त्र पूजन किया गया, जो विजयादशमी उत्सव का एक पारंपरिक हिस्सा होता है। स्वयंसेवकों ने पारंपरिक तरीके से अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की और राष्ट्र रक्षा के संकल्प को दोहराया। इस दौरान मातृशक्ति ने भी बड़ी संख्या में भाग लेकर उत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगीत का गायन हुआ और पूरा परिसर “भारत माता की जय” एवं “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। ग्रामीणों ने इस शताब्दी वर्ष के आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और राष्ट्रभाव को और सशक्त बनाएगा।
फिरदौस ख़ान, जिला संवाददाता
मोबाइल: 7999395389, बीजाडांडी, मंडला, मध्य प्रदेश
(फिरदौस ख़ान मंडला जिले में पिछले 5 वर्षों से स्थानीय, सामाजिक और जनहित के मुद्दों पर पत्रकारिता कर रहे हैं।)
#MPJankrantiNews #Jankranti #जनक्रांति #RSS #Vijayadashmi #PathSanchalan #Mandla #RashtraSeva

👉 ताज़ा अपडेट और स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहें MP Jankranti News के साथ।
