पानसेमल शारीरिक, बौद्धिक ,या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने पैदल यात्रा कर रहे यात्रियों से कहां ।योग गुरु ने आगे बताया कि वर्तमान समय में पढ़े-लिखे लोग ही सबसे ज्यादा रोगों से ग्रस्त है। कोई मानसिक तो कोई शारीरिक। कोई चश्मा लगाने के लिए मजबूर है। कोई हाजमे की गोली खाने के लिए मजबूर है, कोई घंटो घंटो शौचालय में बैठने के लिए मजबूर है ,इस कारण मानसिक तनाव भी बना रहता है। मिले हुए समय को ही अच्छा बनाएं अगर अच्छे समय की राह देखोगे तो पूरा जीवन कम पड़ जाएगा । इंसान की संपत्ति ना तो मकान है ना धन है ।वास्तव में संपत्ति तो सदगुण है उसी से शुभचिंतक मित्र, परिवार, अच्छा स्वास्थ्य ,संतुष्ट ह्रदय मिलता है निशुल्क योग शिविर में यात्रियों की पैरों की सूजन, शरीर की जकड़न दूर करने के लिए विट्ठल आसन, पट्टा आसन, का प्रशिक्षण श्री राजारामजी महाराज आश्रम में दिया गया। लगभग 70 यात्रियों ने योगा प्राणायाम का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अवसर पर सप्त श्रृंगी कांवड़ यात्रा चांद शैली के देवीदास महाराज ,राजेश पटेल, ललित भंडारी, सुभाष चौहान ,भैया सिंह भोसले ,गोरख चौहान ,बजरंग ,आदि उपस्थित थे फोटो यात्री मानसिक आसन करते हुए।
– पानसेमल तहसील संदीप पाटिल 7869458143






