खकनार (जनक्रांति न्यूज़) रमेश इंगले: बुरहानपुर जिले में खकनार जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम पांगरी, नागझिरी ,बसाली में बनने वाले डैम निर्माण पर रोक लगाने की मांग को लेकर आदिवासी दर बदर की ठोकरें खा रहे हैं कहीं-कहीं ज्ञापन के माध्यम से तो कई फैक्स या ईमेल के माध्यम से आवेदन कर रहे हैं
ग्रामीणों रवि पटेल नंदकिशोर दिलीप नवल सिंह राजेश राठौड़ अजमल नायक का कहना है कि हमारे खेतों में बनने वाला डैम की प्रक्रिया पूरी हो गई है लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से हमको अभी तक अंधेरे में रखा गया है पटवारी से हमे किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नही मिल पाई है इंजीनियर सीधे मुंह बात करने को तैयार नहीं है कलेक्टर जनप्रतिनिधि एसडीएम तहसीलदार जैसे कई जगह हम आवेदन कर चुके हैं जिसमें कोई भी हमारे हक में कोई कार्यवाही नहीं कर पाए इसीलिए हम डेम बनने के विरोध नही कर रहे ही बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हम अपनी आवाज शासन तक पहुंचाना चाहते हैं कि हमारे खेत एवं घरों की उचित कीमत देखते हुए हमें मुआवजा दिया जाए हम शासन द्वारा किए जाने वाले कार्य का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन से किसी प्रकार की बातचीत हमसे नही हुई है।
हम ग्राम पंचायत पांगरी नागझिरी बसाली के आदिवासियों में किसान मजदूर है इस चैनल के माध्यम से हमारे गांव में हमारी जमीनों और खेतों में हो रहे डैम के निर्माण पर जाने वाली जमीन के उचित मुआवजे की मांग करते है।आपको बता दे कि इस डैम निर्माण होने पर लगभग 700 परिवार और तीन गांव के निवासी बेघर होंगे। हालही में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पैसा ऐक्ट कानून 1996के अन्तर्गत सूचित पेसा नियम 2022 के अनुसार बिना ग्राम सभा की सहमति से कोई भी भूमि अर्जन नहीं कर सकता है, नए भू अर्जन कानून के अनुसार ग्राम सभा को अनिवार्य रूप से दी जाने वाली जानकारी भी किसी को नहीं दी गई तो बिना बिना जानकारी दिए हमारी जमीन कैसे अर्जन की जा रही है।