मौज-मस्ती के चक्कर में कई लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं। अच्छी खासी रकम गंवा बैठते हैं। इंदौर में एक अकाउंटेंट भी एस्कॉर्ट सर्विस के चक्कर में फंस गया। अब वह थाने के चक्कर लगा रहा है।
पहले एक लाइन में जानिए क्या है एस्कॉर्ट सर्विस है?
एस्कॉर्ट सर्विस एक ऐसी व्यवस्था है, जिसके तहत लोग कुछ समय बिताने के लिए लड़की बुलवाते हैं। इस सर्विस के जरिए लड़की को बुलवाकर घूमने निकल जाते हैं।
एस्कॉर्ट सर्विस के चक्कर में ऐसे फंसा इंदौर का बुजुर्ग अकाउंटेंट
इंदौर में एक अकाउंटेंट एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर धोखा खा गया। इस सर्विस के नाम पर पश्चिम बंगाल की गैंग ने उसे लूट लिया। बुजुर्ग अकाउंटेंट ने गूगल पर एस्कॉर्ट सर्विस का नंबर सर्च किया था। यहां से नंबर लेकर उसने कॉल किया तो वह ठगी के जाल में फंसता चला गया। पीड़ित ने 3 बार में करीब 25 हजार रुपए ट्रांसफर किए। पुलिस ने शनिवार रात FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित बुजुर्ग की पत्नी नहीं है। वे रानीबाग में अपने दो बेटों और उनके परिवार के साथ रहते हैं।
TI आरडी कानवा के मुताबिक बुजुर्ग अकाउंटेंट इंदौर के रानीबाग इलाके में रहते हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने गूगल पर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से सर्च किया था। यहां से एक मोबाइल नंबर लेकर उन्होंने कॉल किया। फोन युवती ने रिसीव किया। उसने कहा पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए 2 हजार रुपए लगेंगे। युवती की बातों में आकर उन्होंने पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद युवती ने प्राइवेसी कोड देने के नाम पर फिर बातों में उलझाया और 8 हजार 2 सौ रुपए और ट्रांसफर करा लिए। युवती ने भरोसा दिलाया कि ये पेमेंट आपको रिटर्न हो जाएगा।
होटल बुकिंग के नाम से फिर ठगा
इसके बाद अगले दिन होटल बुकिंग के नाम पर अविनाश नाम के व्यक्ति से बात कराई। उसने कहा कि इंदौर में रूम बुक कराने के लिए करीब 14 हजार 5 सौ रुपये जमा कराने होंगे। इस पैसे से आपको होटल में सालभर के लिए कमरा बुक हो जाएगा। इस पैसे में डीलक्स रूम के साथ अन्य सर्विस भी दी जाएगी। अकाउंटेंट ने इसे जमा कराने के पहले 10 हजार का पेमेंट वापस मांगा। तो उन्होंने कहा अभी पैसा वापस लेंगे तो केवल 40 प्रतिशत ही वापस मिलेगा। एक बार सर्विस शुरू हो जाए तो पूरा पैसा रिटर्न हो जाएगा। यह सुनकर बुजुर्ग ने 14 हजार रुपए 5 सौ रुपए ट्रांसफर कर दिए।
एस्कॉर्ट सर्विस के लिए तारीख फिक्स नहीं की तो हुआ विवाद
तीन बार में करीब 25 हजार रुपए लेने के बाद भी जब एस्कॉर्ट सर्विस देने के लिए समय फिक्स नहीं किया, तो बुजुर्ग ने संपर्क करना शुरू किया। उसने कहा या तो सर्विस दो या पैसे वापस करो। उधर से जवाब आया आपको जल्द ही सर्विस उपलब्ध कराएंगे। कुछ दिनों तक जब सर्विस नहीं मिली तो उन्होंने फिर उन्हीं नंबरों पर कॉल किया। तब गैंग ने कहा रजिस्ट्रेशन कैंसिल कराने के बदले 10 हजार रुपए और जमा करा दें। तब आपको कुल जमा 35 हजार रुपए और 3 हजार रुपए बोनस के साथ 38 हजार रुपए मिल जाएंगे। लेकिन बुजुर्ग ने इससे इंकार कर दिया। कहा मुझे मेरे 25 हजार रुपए वापस कर दें। बुजुर्ग ने पुलिस से शिकायत में कहा मेरे पैसे मांगने के बाद उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया।
पश्चिम बंगाल के हैं नंबर
टीआई आरडी कानवा के मुताबिक इस मामले में दो मोबाइल धारकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। दोनों नंबर संदीप बावरी काशीपुर पश्चिम बंगाल और सरवर खान चौबीस परगना पश्चिम बंगाल के नाम से रजिस्टर्ड हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।