आलू को सब जानते ही होंगे और आलू का उपयोग घर में सब्जियों के रूप में प्रमुख रूप से किया जाता है. सब्जी के अलावा आलू के इस्तेमाल से अनेक प्रकार की खाने की चीज़े बनाई जाती है, जिसमे वड़ापाव, आलू भरी कचौड़ी, चिप्स, टिक्की आदि, जिस वजह से बाजार में आलू की मांग भी बनी रहती है. इस लिए इसे मुनाफे वाली खेती भी कहते है.अगर आप भी आलू की खेती करना चाहते तो आइये आपको बताते है इसकी उन्नत किस्मो और खेती के बारे में.
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आलू की अधिक पैदावार देने वाली किस्मे
अधिक पैदावार देने वाली किस्मो के बारे में बात करे तो उनके नाम कुफरी अलंकार ,कुफरी पुखराज ,कुफरी अशोका ,कुफरी चंद्रमुखी ,कुफरी जवाहर ये सब फसल जल्दी से पककर तैयार हो जाती है ये 80 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यह किस्मे अधिक पैदावार के लिए जानी जाती है. इसी प्रकार से किसानो को काफी मुनाफा होता है।
आलू की खेती के बारे में
आलू की खेती पंक्तियो में की जाती है. पंक्तियों से पंक्तियों के बीच में 50 सेंटीमीटर का अंतर और पौधों से पौधों में 20 से 25 सेमी की दूरी रखनी चाहिए. और आलू की खेती के लिए जल की निकासी अच्छी होनी चाहिए, साथ ही समय समय पर उर्वरक, सिचाई और खरपतवारो के लिए निदाई गुड़ाई आवशयक है.
आलू की खेती से आय
आलू की खेती से कमाई की अगर हम बात करे तो इसका बाजार भाव 10 से लेकर 30 रु प्रतिकिलो तक रहता है ऐसे में इसकी खेती से अच्छी कमाई की जा सकती है. हालांकि कभी कभी इसका बाजार भाव इससे भी अधिक देखने को मिल सकता है.