बरसात का मौसम शुरू होते ही किसानों के लिए खुशखबरी है. बारिश का मौसम बागवानी करने के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. अगर आप अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं तो बागवानी आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. इस मौसम में आप फलदार पौधे लगाकर अच्छा बगीचा तैयार कर सकते हैं. इतना ही नहीं, बागवानी विभाग इस काम में आपकी मदद भी कर रहा है.
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सरकार किसानों को फलदार पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. बागवानी विभाग आम, केला, अमरूद और नींबू के बगीचे लगाने के लिए अनुदान के साथ-साथ तकनीकी सहायता और पौधे भी उपलब्ध करा रहा है. साथ ही, अमरूद, आम और केले के पौधे खरीदने में जो खर्च आता है, उसे भी विभाग किसानों के खाते में भेज रहा है. इतना ही नहीं, इसमें किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.
असल में बागवानी की खेती सालभर आमदनी देती है और इससे महंगी खेती का खर्च भी पूरा हो जाता है. अमरूद के बगीचे लगाने के लिए किसानों को सबसे पहले बागवानी विभाग में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
बाराबंकी में अमरूद की खेती को बढ़ावा
जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि बागवानी क्षेत्र में अमरूद की भी अहमियत बढ़ रही है. बाराबंकी जिले में भी बड़ी संख्या में किसान अमरूद की खेती करने लगे हैं. खासकर नदी के किनारों पर अमरूद लगाने से काफी फायदा मिलता है. इस पर सरकार सब्सिडी भी दे रही है. इसमें तीन सालों में 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी.
पहले साल पौधे लगाने पर 30%, फिर अगले साल 10% निवेश के रूप में और फिर तीसरे साल 10% सब्सिडी दी जाती है. अमरूद की खेती दो तरीके से की जाती है. अगर 6 मीटर x 6 मीटर में एक हेक्टेयर में 277 पौधे लगाए जाते हैं तो योजना के तहत इसकी लागत 38,240 रुपये आती है. इसकी 50% सब्सिडी 3 सालों में मिलती है. पहले साल 11,502 रुपये मिलते हैं. इसी तरह से अगर 3 x 3 मीटर के प्लॉट पर पौधा लगाया जाता है तो इसकी लागत 58,662 रुपये आती है, जिसकी 50% सब्सिडी 29,331 रुपये बनती है.
अगर आप बागवानी करने की सोच रहे हैं तो विभाग से संपर्क करें और सब्सिडी का लाभ उठाएं. बागवानी सालभर चलने वाली आमदनी का अच्छा जरिया है.