Apple Awas Yojana:एप्पल भारत में बनाने जा रहा 78000 घर,यदि आपके पास भी है यह चीज़ तो आप भी बनवा सकते है ! प्लानपिछले दो-तीन सालों में देश भर में 1 लाख 50 हजार लोगों को रोजगार देने के बाद, एपल अब चीन और वियतनाम जैसे औद्योगिक हाउसिंग मॉडल को भारत में अपनाने की योजना बना रहा है। इस मॉडल के तहत, कंपनी फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों को आवास सुविधाएं मुहैया कराएगी।
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, फॉक्सकॉन सहित एपल के अन्य अनुबंध निर्माता और आपूर्तिकर्ता भी अपने कर्मचारियों के लिए घर बनाने की योजना बना रहे हैं, जिनमें टाटा और सैलकॉम्प शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ये घर सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत बनाए जाएंगे। योजना के तहत 78,000 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जाएगा। इसमें से सबसे ज्यादा लगभग 58,000 यूनिट तमिलनाडु में बनकर तैयार होंगे।
कर्मचारियों के काम में लगेगा ज्यादा फोकस
इस मॉडल का उद्देश्य कर्मचारियों की दक्षता में सुधार करना और खासकर प्रवासी महिला कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करना है। बता दें, इनमें से ज्यादातर कर्मचारी 19-24 साल के आयु वर्ग में आते हैं।
अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों के लिए इतना बड़ा आवास प्रोजेक्ट, खासकर महिला कर्मचारियों के लिए, भारत में पहली बार है।
अभी तक ज्यादातर कर्मचारी किराए के मकानों में रहते हैं और फैक्ट्री तक पहुंचने के लिए बसों में घंटों यात्रा करते हैं। कई कर्मचारी महिलाएं भी हैं, जिससे सुरक्षा संबंधी समस्याएं भी पैदा होती हैं।
फॉक्सकॉन को मिलेंगे 35 हजार घर
भारत की सबसे बड़ी iPhone आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन को इस योजना में लगभग 35,000 यूनिट मिलेंगी। फॉक्सकॉन में फिलहाल 41,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 75 प्रतिशत महिलाएं हैं। इसका कार्यालय तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में स्थित है।
वहीं, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स अपने होसुर कारखाने में अपने कर्मचारियों के लिए 11,500 यूनिट का निर्माण कर रहा है। टाटा मुख्य रूप से घरेलू उपयोग और निर्यात के लिए iPhone बनाता है।