भोपाल। मध्यप्रदेश में बीजेपी अपनी ही पार्टी नेताओं के विवादित बयानों से परेशान है। पार्टी अब सांसदों और विधायकों को बोलने का प्रशिक्षण देने जा रही है। जून 2025 से शुरू होने जा रहे इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में नेताओं को संयम, अनुशासन और मुद्दा आधारित बयानबाजी के गुर सिखाए जाएंगे। यह कदम पार्टी की बिगड़ती छवि को सुधारने और भविष्य के चुनावी मैदान को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है।
बयानबाज़ी ने पार्टी की छवि बिगाड़ी, अब ज़ुबान पर लगेगा कंट्रोल!
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि हाल ही के विवादों ने न केवल सरकार को शर्मिंदा किया है, बल्कि विपक्ष को भी हमले का मौका दिया है। खासकर विजय शाह, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल जैसे बड़े नेताओं के बयानों ने पार्टी को बार-बार बचाव की स्थिति में ला दिया।
किसने क्या कहा — पढ़िए बीजेपी नेताओं के विवादित बोल
- विजय शाह: सेना की महिला अधिकारी पर विवादास्पद टिप्पणी – “मोदी ने बहन को भेजकर लिया बदला”
- फग्गन सिंह कुलस्ते: आतंकियों को कहा “हमारे”
- प्रहलाद पटेल: “आवेदन लेकर आने वाली जनता को भिखारी” कहकर उड़ा बवाल
- नरेंद्र शिवाजी पटेल: बेटे के केस में थाने में हंगामा, होटल में विवाद का वीडियो वायरल
- चिंतामणि मालवीय: पार्टी की नीतियों पर खुद ही उठाए सवाल
- नागर सिंह चौहान: वन विभाग छीने जाने पर पार्टी को दी खुली चुनौती
ट्रेनिंग से सुधरेगी ज़ुबान, चमकेगी छवि!
BJP को उम्मीद है कि यह प्रशिक्षण नेता और जनता के बीच संवाद को मजबूत बनाएगा। नेताओं को सिखाया जाएगा कि वे कैसे मुद्दा आधारित, तथ्यात्मक और अनुशासित तरीकों से जनता व मीडिया से संवाद करें।
यह निर्णय दर्शाता है कि पार्टी अब सिर्फ संगठन नहीं, बल्कि अपने प्रतिनिधियों की प्रस्तुति शैली को भी दुरुस्त करना चाहती है ताकि आने वाले चुनावों में कोई चूक न हो।