Business Idea: इस बिजनेस से होंगी तगड़ी कमाई, बस करना है यह काम, जानिए

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Business Idea: इस बिजनेस से होंगी तगड़ी कमाई, बस करना है यह काम, जानिए। अभी बहुत से लोगो का ध्यान किसी भी तरह का व्यापर करने की और है ऐसे में आपके ले एक कमाल का बिजनस आईडिया है. जिससे की आप अपने गांव में अच्छी कमाई कर सकते है. और यह बिजनेस खेती से भी जुड़ा है, इससे आसानी से किया भी जा सकता है. यह बिजनेस है खाद- बीज की दुकान खोलना, तो आइये आपको बताते है इसके बारे में

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व्यवसाय योजना बनाएं

  • बाजार अनुसंधान: अपने क्षेत्र में किसानों की जरूरतों, लोकप्रिय फसलों, मौजूदा प्रतिस्पर्धा और खाद-बीज की कीमतों का अध्ययन करें।
  • उत्पाद चयन: किसानों की मांग के अनुसार खाद, बीज, कीटनाशक और अन्य कृषि इनपुट का चयन करें।
  • वित्तीय योजना: अनुमानित खर्च, राजस्व और लाभप्रदता का अनुमान लगाकर एक विस्तृत वित्तीय योजना बनाएं।

कानूनी औपचारिकताएं पूरी करें

  • लाइसेंस: कृषि विभाग से खाद-बीज विक्रेता का लाइसेंस प्राप्त करें।
  • GST पंजीकरण: यदि आपका वार्षिक कारोबार 20 लाख रुपये से अधिक है, तो GST के लिए पंजीकरण करें।
  • अन्य अनुमतियां: स्थानीय नियमों के अनुसार, आपको दुकान खोलने के लिए अनुमति की आवश्यकता हो सकती है।

दुकान का चयन

  • सुलभ स्थान: किसानों के लिए आसानी से सुलभ स्थान चुनें, अधिमानतः कृषि क्षेत्र के पास।
  • भंडारण स्थान: पर्याप्त भंडारण स्थान सुनिश्चित करें जो खाद-बीज को सुरक्षित रख सके।
  • सुविधाएं: ग्राहकों के लिए बैठने की जगह, वजन तराजू और भुगतान सुविधाएं प्रदान करें।

अनुमानित लागत:

  • स्थान: किराया, दुकान का आकार और शहर का आकार लागत को प्रभावित करता है।
  • भंडारण: खाद-बीज के भंडारण के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की लागत।
  • इन्वेंट्री: स्टॉक में रखे जाने वाले उत्पादों की मात्रा और प्रकार।
  • लाइसेंस और अनुमतियां: विभिन्न लाइसेंस और अनुमतियों के लिए शुल्क।
  • मार्केटिंग: दुकान के प्रचार और विज्ञापन के लिए खर्च।
  • छोटी दुकान (ग्रामीण क्षेत्र): 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये
  • मध्यम दुकान (शहरी क्षेत्र): 1 लाख रुपये से 3 लाख रुपये
  • बड़ी दुकान (शहरी क्षेत्र): 3 लाख रुपये से 5 लाख रुपये

मार्केटिंग और बिक्री

  • ग्राहकों तक पहुंचें: किसानों, कृषि समूहों और स्थानीय कृषि विभागों से संपर्क करें।
  • प्रचार: दुकान, पंपलेट, बैनर और स्थानीय मीडिया के माध्यम से अपनी दुकान का प्रचार करें।
  • ग्राहक सेवा: किसानों को कृषि तकनीकों और उत्पादों के बारे में सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करें।
  • अतिरिक्त सेवाएं: मिट्टी परीक्षण, कीट नियंत्रण और फसल बीमा जैसी अतिरिक्त सेवाएं प्रदान करें।
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