भारत देश एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ खेती के साथ में पशुपालन भी बड़े पैमाने पर किया जाता है, भारत में खाद का व्यवसाय भी बहुत फैला हुआ है, ऐसे में कम्पोस्ट खाद की खेती कर अच्छी कमाई की जा सकती है. बता दे यह एक जैविक खाद है जो विभिन्न प्रकार के कार्बनिक पदार्थों को विघटित करके बनाई जाती है। यह मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है. तो आइये जानते है इसके बारे में…
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खाद बनाने के लिए आवश्यक सामग्री लगेंगी
- रसोई का कचरा (जैसे फल और सब्जियों के छिलके)
- बगीचे का कचरा (जैसे पत्तियां, घास, और टहनियाँ)
- गोबर या मुर्गी का कूड़ा
- मिट्टी
खाद बनाने की विधि
वर्मी कम्पोजिट खाद बनाने के लिए के लिए आप कोई 10 फिट लम्बा और 5 फिट चौड़ा टैंक बना सकते है या इसके लिए जमीं में गड्डा कर के भी किया जा सकता है. इसके लिए पहले ढेर या बिन के तल पर 4-6 इंच मोटी मिट्टी की परत बिछाएं। फिर गीले और सूखे पदार्थों को बारी-बारी से परतों में डालें। प्रत्येक परत को पानी से अच्छी तरह से गीला करें। ढेर या बिन को ढककर रखें। हफ्ते में एक या दो बार ढेर को हिलाएं। ढेर को सूखने न दें, यदि आवश्यक हो तो पानी डालें।
वर्मी कम्पोजिट खाद से इतनी होंगी कमाई
बता दे की खाद 3-6 महीने में तैयार हो जाएगी। और खाद तैयार होने पर, यह भूरे रंग की और मिट्टी जैसी दिखेगी। कम्पोस्ट की खाद की अगर हम बात करे तो कम्पोस्ट खाद की बाजार में कीमत आमतौर पर 50 रु से लेकर 100 रु प्रति किलोग्राम होती है। आप घर पर भी आसानी से कम्पोस्ट खाद बना सकते हैं।यह कचरे से सोना बनाने या लेने जैसा ही है.
वर्मी बेड इकाई सब्सिडी
आपको बता दे की वर्मीकम्पोस्ट खाद निर्माण हेतु राजस्थान सरकार द्वारा इस इकाई का निर्माण 12 फीट x 4 फीट x 2 फीट आकार में किया जाता हैं। इसके लिए भी सरकार 50% सब्सिडी अनुदान प्रदान करती हैं लेकिन इसमें अनुदान राशि अधिकतम 8000/- रुपए हैं। प्रति इकाई दी जा रही है। किसानों के पास इसके लिए 0.4 हेक्टेयर भूमि होना बेहद जरूरी है.
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जनाधार कार्ड
- जमाबन्दी की नकल (छः माह से अधिक पुरानी न हो)
- बैंक पास बुक
ऐसे करे आवेदन
वर्मी कम्पोजिट खाद इस सब्सिडी को पाने के इच्छुक किसानों को ई-मित्र केंद्र पर जाकर आवेदन करना होगा. वर्मी कंपोस्ट के निर्माण के बाद गठित कमेटी द्वारा उसका सत्यापन किया जाएगा. भौतिक सत्यापन के बाद सब्सिडी वाली राशि को सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. अधिक जानकारी के लिए आप वहा संपर्क कर सकते है.