देवास से भालचंद्र तिवारी। नवरात्रि महापर्व से पहले देवास नगर निगम की तैयारियों और कार्रवाइयों को लेकर शहर की राजनीति गरमा गई है। तीन अलग-अलग घटनाओं ने मिलकर निगम को सियासी बहस के केंद्र में ला दिया है।

कांग्रेस ने सौंपा मांगपत्र
शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रयास गौतम और कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता नगर निगम दफ्तर पहुँचे। यहां उन्होंने नवनियुक्त निगम आयुक्त का स्वागत कर नवरात्रि पर्व को देखते हुए मांगपत्र सौंपा।
कांग्रेस ने सड़कों की मरम्मत, लाइटिंग, अवैध पार्किंग पर कार्रवाई, चलित शौचालय और रपट मार्ग पर पानी जैसी व्यवस्थाओं की मांग की।

फ्लेक्स विवाद पर विधायक पुत्र विक्रम सिंह पवार का हंगामा
इसी बीच नगर निगम द्वारा शहरभर से बैनर-फ्लेक्स हटाने की कार्रवाई ने विवाद खड़ा कर दिया। नाराज़ कार्यकर्ताओं ने उज्जैन रोड पर जाम लगाया। हालात बिगड़ते देख देवास महाराज एवं विधायक पुत्र विक्रम सिंह पवार समर्थकों के साथ मैदान में उतरे।
निगम दफ्तर पर घंटों हंगामे के बाद बातचीत से मामला सुलझाया गया। पवार ने कहा कि धार्मिक पर्व से जुड़ी भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले निर्णय बिना संवाद लिए नहीं होने चाहिए।

भाजपा नेताओं का विरोध – आयुक्त को बताया हिटलर
आवास नगर क्षेत्र में फ्लेक्स हटाने पहुँची निगम टीम का भाजपा नेताओं ने घेराव किया। सत्ता पक्ष नेता मनीष सेन और पार्षद धर्मेंद्र सिंह बेस के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई रोक दी।
भाजपा नेताओं ने निगम आयुक्त को हिटलर बताते हुए आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिए बिना एकतरफा आदेश जारी किए गए। उनका कहना था कि माता के चित्र वाले पोस्टर-कचरे में डालना धार्मिक भावनाओं को आहत करने जैसा है।

देवास नगर निगम की नवरात्रि तैयारियाँ प्रशासन, कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव का मुद्दा बन गई हैं। एक ओर कांग्रेस व्यवस्थाओं की मांग कर रही है, तो दूसरी ओर फ्लेक्स हटाने की कार्रवाई ने विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों को आयुक्त के खिलाफ खड़ा कर दिया है। आने वाले दिनों में यह विवाद और बड़ा रूप ले सकता है।
👉 ताज़ा अपडेट और स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहें MP Jankranti News के साथ।
