Dhaan Top 5 Variety: धान की यह 5 किस्मे देती है बम्पर पैदावार, कम समय में बनाएगी धनवान

By
On:
Follow Us

Dhaan Top 5 Variety: भारत में धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। यह देश की प्रमुख खाद्य फसल है और किसानों की आय का मुख्य स्रोत भी है। धान की कई किस्में हैं, जिनमें से कुछ अपनी अच्छी पैदावार, रोग प्रतिरोधक क्षमता और चावल की गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध हैं।

यह भी पढ़े :- अत्यधिक पैदावार के लिए ऐसे करे धान की खेती, एक्सपर्ट ने दी सलाह से बन जाओगे सेठ जी

यहां हम धान की 5 सबसे अच्छी किस्मों के बारे में बताएंगे जो किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं:

1. पूसा बासमती 1: यह धान की एक सुगंधित किस्म है जो अपनी लंबी, पतली और चमकदार चावलों के लिए जानी जाती है। यह किस्म कम पानी वाली परिस्थितियों में भी अच्छी पैदावार देती है और विभिन्न प्रकार के रोगों के प्रतिरोधी है। पूसा बासमती 1 की औसत पैदावार प्रति हेक्टेयर 60-70 क्विंटल है।

2. IR64: यह धान की एक उच्च पैदावार वाली किस्म है जो बाढ़ और सूखे जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अच्छी तरह से बढ़ती है। IR64 की औसत पैदावार प्रति हेक्टेयर 70-80 क्विंटल है। यह किस्म खरपतवार नाशक और उर्वरक के प्रति भी कम संवेदनशील है।

3. गोल्डन सेलेस्ट: यह धान की एक पीले रंग की किस्म है जो अपनी उच्च पोषक तत्वों के लिए जानी जाती है। गोल्डन सेलेस्ट में बीटा-कैरोटीन, विटामिन ए और आयरन की मात्रा अधिक होती है। यह किस्म एनीमिया और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। गोल्डन सेलेस्ट की औसत पैदावार प्रति हेक्टेयर 50-60 क्विंटल है।

4. सुगंधा: यह धान की एक सुगंधित किस्म है जो अपनी अनूठी खुशबू के लिए जानी जाती है। सुगंधा चावल की बासमती किस्म के समान होते हैं, लेकिन इनमें एक अलग तरह की सुगंध होती है। यह किस्म विभिन्न प्रकार के रोगों के प्रतिरोधी है और इसकी औसत पैदावार प्रति हेक्टेयर 55-65 क्विंटल है।

5. हंसराज: यह धान की एक जल्दी पकने वाली किस्म है जो केवल 90-100 दिनों में तैयार हो जाती है। हंसराज किस्म कम पानी वाली परिस्थितियों में भी अच्छी पैदावार देती है और विभिन्न प्रकार के रोगों के प्रतिरोधी है। इसकी औसत पैदावार प्रति हेक्टेयर 45-55 क्विंटल है।

इन किस्मों का चुनाव करते समय, किसानों को अपनी जलवायु, मिट्टी की स्थिति और बाजार की मांग पर विचार करना चाहिए।

यहां कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो धान की खेती में किसानों की मदद कर सकते हैं:

  • उच्च गुणवत्ता वाले बीज का उपयोग करें।
  • समय पर बुवाई और रोपाई करें।
  • खेतों की उचित सिंचाई करें।
  • खरपतवारों को नियंत्रित करें।
  • कीटों और बीमारियों से फसल की सुरक्षा करें।
  • उर्वरकों और खादों का संतुलित उपयोग करें।
  • आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग करें।

इन सभी बातों का ध्यान रखकर किसान धान की अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

For Feedback - newsmpjankranti@gmail.com

Leave a Comment