मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिला मुख्यालय 35 किमी दुर आदिवासी अंचल धुलकोट में रंगपंचमी का पुर्व कई पिढीयो से अनूठे ढंग मनाया जाते आ रहा है। रंगपंचमी पुर्व के समापन के बाद धुलकोट में झेडा प्रथा मनाईं जाती है।
झेडा प्रथा पर जमीन में एक 7 फिट लंबी लकड़ी गाड़ी जाती है पुरुष वर्ग इस लकड़ी पर लाल कपड़े की गठरी में नारीयल को पांच बार लकड़ी पर बांधते हैं और उतारते हैं इस बिच महिलाए पुरुषों की टोली पर बैशर्म पौधे की हरी हरी सोटियों से जमकर हमला करते हैं। धुलकोट में कल भी रंगपंचमी पर झेडा प्रथा धुमधाम के साथ मनाईं गई इस महिलाओं ने पुरुषों पर जमकर सोटीया भांजी झेंडा प्रथा में कोई भी व्यक्ति हो चाहे वह पुलिस अधिकारी नेता मंत्री, अधिकारी सभी को महिलाओं द्वारा सोटियो से पिटा जाता है
धुलकोट से दिलीप बामनिया कि रिपोर्ट