🔍 1.2 अरब फेसबुक यूजर्स का डेटा हुआ लीक: आपके नाम, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि जैसी जानकारी डार्क वेब पर बिक रही है
फेसबुक यूज करने वालों के लिए एक बेहद गंभीर और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दुनियाभर में लगभग 1.2 अरब फेसबुक यूजर्स का व्यक्तिगत डेटा लीक हो गया है, और यह डेटा अब डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।
इस साइबर अपराध के पीछे एक हैकर जिसका नाम ByteBreaker बताया जा रहा है, उसने दावा किया है कि उसने फेसबुक के एक टूल में मौजूद कमी का फायदा उठाते हुए यह डेटा चुराया है।
🧑💻 क्या-क्या जानकारी चोरी हुई है?
रिपोर्ट के अनुसार, चोरी हुए डेटा में यूजर्स की ये जानकारियां शामिल हैं:
- नाम (Full Name)
- मोबाइल नंबर
- ईमेल एड्रेस
- जन्मतिथि
- शहर, राज्य, और देश
- फेसबुक यूजर ID
- प्रोफाइल लिंक
इन जानकारियों से किसी भी व्यक्ति की पहचान और निजी जीवन की सूचनाएं बहुत आसानी से उजागर हो सकती हैं।
📰 मेटा की सफाई: यह पुराना डेटा है, 2021 का
इस मुद्दे पर फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह डेटा साल 2021 में हुए बड़े ब्रीच का हिस्सा है, जिसमें पहले ही 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स प्रभावित हुए थे।
मेटा ने कहा:
“यह कोई नया डेटा ब्रीच नहीं है। हमने पहले ही इस मुद्दे को पब्लिक किया था और सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए गए थे।”
हालांकि, एक्सपर्ट्स और साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों का कहना है कि ByteBreaker के दावों की पुष्टि पूरी तरह नहीं की जा सकी है। लेकिन अगर यह दावा सच निकला तो यह अब तक की सबसे बड़ी वेब स्क्रैपिंग घटना साबित हो सकती है।
💻 वेब स्क्रैपिंग क्या है और यह कैसे खतरनाक है?
Web Scraping एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी वेबसाइट से ऑटोमेटेड टूल्स की मदद से डेटा को कॉपी किया जाता है। यह प्रक्रिया लीगल ग्रे ज़ोन में आती है और अक्सर यूजर की अनुमति के बिना की जाती है।
इस मामले में भी ByteBreaker ने फेसबुक से स्क्रैपिंग के ज़रिए डेटा निकाला है, जिससे यह अंदेशा और भी बढ़ जाता है कि यूजर की सुरक्षा को भारी खतरा हो सकता है।
🛡️ आपको क्या करना चाहिए? तुरंत उठाएं ये सुरक्षा कदम
चूंकि यह डेटा ब्रीच भारत समेत दुनियाभर के फेसबुक यूजर्स को प्रभावित कर सकता है, इसलिए हर यूजर को निम्नलिखित सुरक्षा उपाय तुरंत अपनाने चाहिए:
✅ फेसबुक पासवर्ड बदलें
- अपना पासवर्ड स्ट्रॉन्ग बनाएं (अल्फाबेट, नंबर, और स्पेशल कैरेक्टर मिलाकर)
- दोबारा वही पासवर्ड किसी और साइट पर इस्तेमाल न करें
✅ टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें
- यह आपके अकाउंट की सुरक्षा को एक लेयर और देता है
- सेटिंग्स > सिक्योरिटी > Two-Factor Authentication में जाकर इसे ऑन करें
✅ बैंक से जुड़े अलर्ट सेट करें
- अगर आपने फेसबुक पर कभी अपनी बैंकिंग या पेमेंट डिटेल्स सेव की हों तो:
- बैंक अकाउंट पर फ्रॉड अलर्ट एक्टिवेट करें
- सभी बैंक पासवर्ड और UPI पिन बदल दें
✅ फेसबुक सेटिंग्स में जाकर देखें कि कौन-कौन सी ऐप्स को आपने परमिशन दी है और जरूरत ना हो तो उन्हें हटा दें।
⚠️ क्या भारत के यूजर्स भी खतरे में हैं?
इस वक्त यह साफ नहीं हुआ है कि किन देशों के यूजर्स का डेटा लीक हुआ है, लेकिन 1.2 अरब की संख्या इतनी बड़ी है कि भारतीय यूजर्स भी निश्चित रूप से इस खतरे में शामिल हो सकते हैं।
इसलिए हर भारतीय फेसबुक यूजर को सतर्क रहना चाहिए और तुरंत ऊपर दिए गए सभी सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए।
🔚 निष्कर्ष: यह खतरा छोटा नहीं, आपकी पहचान दांव पर है
आज के डिजिटल युग में आपकी व्यक्तिगत जानकारी की कीमत बहुत ज़्यादा है। अगर यह गलत हाथों में चली जाए तो इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है – जैसे फेक अकाउंट बनाना, बैंकिंग फ्रॉड, पहचान चोरी आदि।
फेसबुक पर इतना बड़ा डेटा ब्रीच सामने आना मेटा की सुरक्षा नीति पर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। भले ही कंपनी इसे पुराना डेटा बता रही हो, लेकिन यूजर्स की जिम्मेदारी है कि वे खुद की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।