भोपाल: 12वीं के बाद कॉलेज में एडमिशन का समय आ गया है और छात्रों के बीच सबसे बड़ा सवाल होता है, “किस यूनिवर्सिटी में जाएं?” इस दौड़-भाग में कई बार छात्र धोखे का शिकार हो जाते हैं। उन्हें ऐसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल जाता है, जो दिखने में तो बड़ी और शानदार लगती हैं, लेकिन असल में वे फर्जी (Fake University) होती हैं।
ये यूनिवर्सिटी अक्सर आपको कम फीस और प्लेसमेंट की गारंटी का लालच देती हैं। लेकिन यहां से मिलने वाली डिग्रियां भारत के किसी भी सरकारी या निजी संस्थान में मान्य नहीं होतीं, जिससे आपका पूरा करियर दांव पर लग जाता है। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने मार्च 2025 में छात्रों को चेतावनी देते हुए 21 फर्जी यूनिवर्सिटी की सूची जारी की है। इन फर्जी संस्थानों की डिग्री का कोई मूल्य नहीं है और नौकरी या आगे की पढ़ाई में यह मान्य नहीं होती।
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5 पॉइंट में समझें पूरी स्थिति किस किस तरह से फर्जीवाडा चल रहा है
1. भारत में 21 फर्जी यूनिवर्सिटी चालू
UGC की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश में 21 फर्जी यूनिवर्सिटी काम कर रही हैं। इनमें से सबसे ज्यादा दिल्ली में 8, उत्तर प्रदेश में 4, आंध्र प्रदेश में 2 हैं। इन संस्थानों को UGC एक्ट 1956 के तहत डिग्री देने का कोई अधिकार नहीं है।
2. मध्य प्रदेश में भी स्कैम का खुलासा
हाल ही में मध्य प्रदेश के भोपाल में 57 लाख रुपए का स्कॉलरशिप स्कैम सामने आया है। 40 से ज्यादा फर्जी स्कूल और कॉलेज नकली छात्रों के नाम पर सरकारी फंड निकाल रहे थे। सिटी मोंटेसरी स्कूल के नाम पर 29 फर्जी स्टूडेंट्स के लिए 1.65 लाख रुपए क्लेम किया गया, लेकिन स्कूल का अस्तित्व ही नहीं था।
3. फर्जी यूनिवर्सिटी के जाल में छात्र
एक स्टूडेंट अनकित (बिहार) का कहना है, “मुझे बताया गया था कि यहां एवरेज सैलरी पैकेज 10 लाख रुपए है। लेकिन 3 साल बाद न तो प्लेसमेंट हुई और न ही डिग्री को मान्यता मिली”। ऐसे हजारों केस सामने आ रहे हैं।
4. सरकारी कार्रवाई तेज
2014 से अब तक 12 फर्जी यूनिवर्सिटी बंद की गई हैं। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि इन संस्थानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें और स्टूडेंट्स को धोखा देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लें।
5. छात्रों पर व्यापक असर
फर्जी डिग्री से न तो सरकारी नौकरी मिलती है और न ही प्राइवेट कंपनियां इसे मानती हैं। UGC के अनुसार, इन संस्थानों की डिग्री ना तो हायर एजुकेशन में मान्य है और ना ही एम्प्लॉयमेंट के लिए।
5 Red Flags पॉइंट्स में समझें पूरी सच्चाई: कैसे करें असली-नकली की पहचान?
जब भी आप किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का मन बनाएं, तो इन 5 बातों की गहराई से जांच जरूर करें। ये आपकी मेहनत की कमाई और भविष्य को सुरक्षित रखेंगी।
- UGC की आधिकारिक लिस्ट है सबसे भरोसेमंद: किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले, सबसे पहले UGC की आधिकारिक वेबसाइट (ugc.gov.in) पर जाकर फर्जी यूनिवर्सिटी की सूची जरूर देखें। UGC हर साल अपनी वेबसाइट पर ऐसी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी करता है। मार्च 2025 में भी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों की यूनिवर्सिटी को फर्जी घोषित किया गया था। अगर आपके कॉलेज का नाम इस लिस्ट में है, तो तुरंत सावधान हो जाएं।
- कम फीस और 100% प्लेसमेंट का लालच: अक्सर फर्जी यूनिवर्सिटी छात्रों को लुभाने के लिए सामान्य से बहुत कम फीस में एडमिशन का ऑफर देती हैं। इसके साथ ही वे बिना किसी ठोस आधार के 100% प्लेसमेंट गारंटी का दावा करती हैं। अगर कोई संस्थान इतना बड़ा दावा कर रहा है, तो सतर्क हो जाएं और उनके प्लेसमेंट रिकॉर्ड की जांच करें। उनसे पिछले बैच के छात्रों के बारे में पूछें। छोटी कोर्स अवधि: अगर कोई संस्थान 3 साल के कोर्स को 1 साल में पूरा करने का दावा करे, तो सावधान हो जाएं।
- वेबसाइट पर अधूरी जानकारी: एक असली और मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर फैकल्टी, कोर्सेज, फीस स्ट्रक्चर, और कैंपस की पूरी जानकारी साफ-साफ दी होती है। जबकि फर्जी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर या तो बहुत कम जानकारी होती है, या फिर वह बहुत ही अव्यवस्थित (unorganized) होती है। कई बार उनकी वेबसाइट का डोमेन नेम भी अजीब होता है।
- यूनिवर्सिटी का कानूनी दर्जा: सिर्फ वही यूनिवर्सिटी डिग्री दे सकती है, जो राज्य अधिनियम, केंद्रीय अधिनियम या प्रांतीय अधिनियम के तहत स्थापित की गई हो। इसके अलावा, UGC Act, 1956 के तहत भी मान्यता जरूरी है। अगर यूनिवर्सिटी इन कानूनी मानकों को पूरा नहीं करती, तो उसकी डिग्री की कोई वैल्यू नहीं है। टेक्निकल कोर्सेज के लिए AICTE (All India Council for Technical Education) की मान्यता भी देखनी चाहिए।
- छात्रों से बात करें, ग्राउंड रियलिटी जानें: किसी भी संस्थान की असली पहचान वहां पढ़ने वाले छात्रों से ही होती है। एडमिशन से पहले, उस यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले या पढ़ चुके छात्रों से बात करने की कोशिश करें। उनसे पूछें कि पढ़ाई का माहौल कैसा है, फैकल्टी कैसी है और क्या प्लेसमेंट के दावे सच हैं। यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।

UGC वेबसाइट पर वेरिफिकेशन:
स्टेप 1: UGC की आधिकारिक वेबसाइट ugc.gov.in पर जाएं
स्टेप 2: “Universities” सेक्शन में क्लिक करें
स्टेप 3: “Recognized Universities” की लिस्ट चेक करें
स्टेप 4: अपनी यूनिवर्सिटी का नाम सर्च करें
AICTE अप्रूवल चेक करें:
टेक्निकल कोर्सेज के लिए AICTE (All India Council for Technical Education) की वेबसाइट पर भी वेरिफिकेशन जरूरी है।
इंदौर में क्यों बढ़ रही हैं ऐसी घटनाएं?
लोकल एंगल: इंदौर, जिसे मध्य प्रदेश की शिक्षा राजधानी भी कहा जाता है, यहां हर साल लाखों छात्र पढ़ने आते हैं। कई बार दूर-दराज के इलाकों जैसे जळगांव या खंडवा से आने वाले छात्र, जो शहर के बारे में कम जानते हैं, जल्दीबाजी में इन धोखेबाजों के शिकार हो जाते हैं। इन फर्जी संस्थानों की संख्या बढ़ने का एक कारण यह भी है कि वे शहरों से दूर, छोटे इलाकों में अपना कैंपस खोलते हैं, जहां उन पर नजर रखना मुश्किल होता है।
सरकार और UGC की चेतावनी
UGC ने हाल ही में एक परिपत्र जारी कर छात्रों को सतर्क किया था। आयोग ने बताया था कि दिल्ली में सबसे ज्यादा फर्जी यूनिवर्सिटी (8) हैं, इसके बाद उत्तर प्रदेश (4) में हैं।
UGC ने छात्रों के लिए ये सलाह भी दी है:
- अगर आपको किसी भी फर्जी यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी मिलती है, तो तुरंत ugcampc@gmail.com पर ईमेल करके शिकायत करें।
- सिर्फ उस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लें, जो UGC की वेबसाइट पर सूचीबद्ध हो।
पाठक के लिए उपयोगी जानकारी: आपका भविष्य आपके हाथ में
आप अपनी मेहनत की कमाई और अपने सपनों को यूं ही बर्बाद न होने दें। इस आर्टिकल में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें और इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करें। याद रखें, एक सही फैसला आपके पूरे करियर को बना सकता है। अगर आपको किसी संस्थान पर शक हो, तो एडमिशन से पहले जांच-पड़ताल जरूर करें।
हमेशा डबल चेक करें: कोई भी एडमिशन फॉर्म भरने से पहले UGC और AICTE दोनों वेबसाइट पर चेक करें।
जल्दबाजी न करें: कम फीस और जल्दी डिग्री के लालच में न पड़ें। असली एजुकेशन में समय और पैसा दोनों लगता है।
सरकारी हेल्पलाइन का उपयोग: कोई भी संदेह हो तो UGC हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
आपके लिए उपयोगी हेल्पलाइन नंबर:
- UGC शिकायत ईमेल: ugcampc@gmail.com
- UGC वेबसाइट: www.ugc.ac.in
- AICTE वेबसाइट: www.aicte-india.org
अगली खबर में हम बताएंगे…
अगली स्टोरी में हम उन फर्जी कंसल्टेंट्स के बारे में बात करेंगे, जो छात्रों को गलत जानकारी देकर इन फर्जी यूनिवर्सिटी में एडमिशन कराते हैं। तब तक, अगर आप किसी फर्जी यूनिवर्सिटी के बारे में जानते हैं, तो कमेंट बॉक्स में हमें बताएं। आपकी जानकारी से कई छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सकता है।
लेखक परिचय: राहुल महाजन, पत्रकारिता के क्षेत्र में आठ वर्षों का अनुभव रखते हैं। उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई पत्रकारिता में पूरी की है और पिछले तीन साल से ‘जनक्रांति’ न्यूज़ के साथ जुड़े हुए हैं। शिक्षा जगत पर उनकी गहरी पकड़ है, जिसका उपयोग वे अपने लेखों में प्रामाणिक और विश्वसनीय जानकारी देने के लिए करते हैं। उनका लेखन सरल और प्रभावी होता है, जिससे वे पाठकों के बीच अपनी एक खास पहचान बना चुके हैं।

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